सीबीआई के नाम पर दो उद्योगपतियों से भी लिए थे पैसे ईडी द्वारा दायर चार्जशीट में दो उद्योगपतियों प्रदीप कोनेरू और सतीश साना के बयान भी दर्ज हैं। दोनों उद्योगपतियों का आरोप है कि कुरैशी ने साल 2012 में सीबीआई जांच से बचने के लिए उनसे 2 और 5 करोड़ रुपये लिए थे। मोईन ने उनसे यह रकम सीबीआई निदेशक एपी सिंह और रंजीत सिन्हा के नाम पर ली थी। उसने धमकाया भी था कि अगर उन लोगों ने रकम नहीं दी तो सीबीआई के ये अधिकारी उन्हें बर्बाद कर देंगे।
विदेशी बैंक में खुलवाए अकाउंट ईडी के मुताबिक कि कुरैशी ने इन उद्योगपतियों से रकम लेने के लिए विदेश की बैंकों में खाता खुलवाया। एक खाता उसने सिंगापुर और दूसरा हॉन्गकॉन्ग में खोला। इसके बाद लंदन में संपत्ती खरीदी। इन खातों के संचालन के लिए मोईन कुरैशी ने दो कंपनियां ब्रिटेश आईलैंड में बुलोवा हॉल्डिंग्स और शेसेल्स में बैरो होल्डिंग्स खोली।
दो अकाउंट में जमा हुए लाखों डालर चार्जशीट के मुताबिक, सिंगापुर के स्विस बैंक के खाता संख्या 6C031221 में 27 जुलाई 2011 से 2 अप्रैल 2013 के बीच 93,33,464 डॉलर जमा किए गए, जबकि सिंगापुर में स्विस बैंक के दूसरे खाता संख्या 81178190 में 43,46,526 डॉलर जमा हुए थे। इनमें से 91.45 करोड़ रुपये की संपत्ती लंदन में खरीदी गई। इन रुपयों का बड़ा हिस्सा लगभग 415, 335 डॉलर (4.1 करोड़ रुपये) लंदन की एक लॉ फर्म को दिए गए, जो अंतर्राष्ट्रीय लेन-देन और दूसरे कानून की विशेषज्ञ है। ईडी के मुताबिक, यह एक हाई प्रोफाइल फर्म है जो अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर काम करती है। सेंट्रल लंदन के रिएल स्टेट ब्रोकर को जमीन अधिग्रहण के लिए और संपत्ती निवेश के विशेषज्ञ को 96 लाख रुपये दिए गए।