लॉकडाउन में वक्त पर नहीं मिला खून, थैलिसीमिया पीड़ित बच्चे ने तोड़ दिया दम
1584 को भेजा घर
जनपद में आज श्रमिकों के लिए सुबह बहुत ही सुहानी आई। 25 मार्च से लॉक डाउन में फंसे मजदूरों को आखिरकार उनके घर की सुरक्षित मंजिल मिल ही गयी। स्थानीय प्रशासन ने बिहार सरकार से वार्ता कर 1584 मजदूरों को उनके घर भेजने का इंतजाम किया। डीएम राकेश कुमार सिंह के मुताबिक जिन मजदूरों का रजिस्ट्रेशन 8 मई तक हो गया था, उनका स्वास्थ्य परीक्षण करने के बाद रवाना कर दिया गया। आगे भी जल्द ही मजदूरों को सुरक्षित तरीके से भेजने का इंतजाम किया जाएगा।
Coronavirus: मास्क और सैनिटाइजर न मिलने पर मेडिकल स्टोर किया सील, यह वजह आई सामने
ये अधिकारी रहे मौजूद
सभी मजदूरों का पहले ही स्वास्थ्य परीक्षण किया गया। जैसे ही मजदूर ट्रेन में अपनी सीट पर बैठे तो बेहद भावुक हो गए और करीब दो महीने से घर की आस लगाए आज उनकी पूरी हो गयी। बोले ये दिन कभी नहीं भूलेंगे। देर से ही सरकार ने उनकी मदद की है। मजदूरों को सकुशल रवाना करने के लिए आई जी रमित शर्मा, कमिश्नर वीरेंद्र सिंह,एसएसपी अमित पाठक, एसपी सिटी, एडीएम सिटी समेत कई अधिकारी पहुंचे और उन्हें शुभकामनाएं दीं। वहीँ रेल कर्मचारियों ने भी मजदूरों का उत्साह वर्धन किया।