Encounter: पुलिस और बदमाशों में फिर चली ताबड़तोड़ गोलियां, वांछित बदमाश गिरफ्तार, देखें वीडियो
कई बार कर चुके शिकायत
यहां पढ़ रहे छात्र सचिन और छात्रा सुषमा ने बताया कि अब उस स्कूल में जाने से भी डर लगता है। गंदे पानी और कूड़े में कैसे पढ़ाई होगी। इसलिए यहां खुले आसमान में बैठकर पढ़ लेते हैं। स्कूल की प्रधानाचार्य निधि भटनागर ने बताया कि बीते कई सालों से जूनियर हाई स्कूल जर्जर है। लेकिन कोई सुध नहीं ली। जबकि बीएसए से लेकर एसडीएम और खंड शिक्षा अधिकारी को भी जानकारी दी गयी है। शिक्षक फुरकान ने भी यही कहानी दोहराई। उन्होंने बताया कि ग्रामीण यहां अपने जानवर तक बांध देते हैं। अधिकारी कोई कार्यवाही नहीं करते।
बच्चों को सलाम
बहरहाल बच्चों का पढाई के प्रति जज्बा देखकर अच्छा लगा कि खुले आसमान में भी स्कूल में छात्र संख्या अच्छी थी। अब जिम्मेदारी उन लोगों की है जिनके हाथों में इन नौनिहालों का भविष्य है।