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इस वजह से पांच महीने तक दुल्हे नहीं चढ़ पायेंगे घोड़ी

locationमुरादाबादPublished: Jul 10, 2018 04:02:24 pm

Submitted by:

jai prakash

21 जुलाई के बाद 5 महीने तक शादी का कोई मुहूर्त नहीं है। जिस कारण शादी का सपना संजोये बैठे दूल्हा और दुल्हन को लम्बा इन्तजार करना पड़ेगा।

मुरादाबाद: अगर कोई शादी ब्याह का प्लान बना रहा है तो उसके लिए अब कुछ ही चंद बचे हैं। जी हाँ 21 जुलाई के बाद अगले 5 महीने तक शादी का कोई मुहूर्त नहीं है। जिस कारण शादी का सपना संजोये बैठे दूल्हा और दुल्हन को लम्बा इन्तजार करना पड़ेगा। इसकी वजह है गुरु और शुक्र का अस्त होना। 23 जुलाई के को देव शयन एकादशी है,यानि देवता पांच महीने के विश्राम के लिए चले जायेंगे। जिस कारण शादी या शुभ कार्य नहीं होंगे।

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इस वजह से नहीं हो पाएंगी शादियां

सहालग डूबने के चलते पांच महीने तक शादी ब्याह न होने के कारणों के पीछे महानगर के ज्योतिषी पंकज वशिष्ठ ने बताया कि 21 जुलाई तक शुभ कार्य या शुभ मुहूर्त हैं। 23 जुलाई को देव शयन एकादशी के बाद अगले पांच महीने तक कोई शुभ कार्य नहीं होगा। हिन्दू धर्म में कार्तिक महीने की एकदशी यानि देवोत्थान एकादशी से शादी ब्याह शुरू हो जाते हैं। इसके बाद आषाढ़ महीने की शुक्ल पक्ष की नवमी तिथि तक शादियां होती हैं। अब जो भी शुभ मुहूर्त निकलेंगे वे 21 जनवरी के बाद ही निकलेंगे। इसलिए जिनकी तिथियां निकल गयीं सिर्फ उनकी ही शादियां हो पाएगी। इस बीच दिसम्बर में पूस माह के कारण भी शादियां नहीं हो पाएंगी।

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इस तारीख के बाद है शुभ मुहूर्त

साल के सबसे आखिर सहालग को भदडीया नवमी भी कहते हैं।और इस बार ये 21 जुलाई को है। इसके बाद अब पांच महीने तक शादी नहीं होगी। सिर्फ दिसम्बर महीने में 12 व 13 दिसम्बर को शादी का मुहूर्त है। उसके बाद फिर 21 जनवरी से ही शादियों के मुहूर्त हैं।

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इस दिन है देवोत्थान एकादशी

23 जुलाई को देव शयन एकदशी के बाद देवोत्थान एकादशी 19 नवम्बर की है। चूंकि इस तारीख में भी गुरु और शुक्र डूबे होंगे तो लिहाजा इस दिन भी शादी नहीं होगी। लेकिन कुछ लोग ऐसा मानते हैं कि देवोत्थान एकादशी और फलेरा दूज व भदडीया एकादशी दोषमुक्त होती है। ऐसे लोग शादी या शुभ कार्य कर लेते हैं।

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