Coronavirus: फिर फूटा कोरोना बम, चीन की कंपनी के 6 कर्मचारी समेत 21 में हुई पुष्टि, मरीजों की संख्या पहुंची 345
खुश हुए प्रवासी
संकट के हालात से गुज़र रहे देश मे अपने गाँव मे ही मिल रहे रोजगार से ग्रामीण और प्रावसी श्रमिक बहुत अधिक खुश है और सरकार के द्वारा शुरू कराये गये मनरेगा कार्य के लिए धन्यवाद दे रहे है। श्रमिकों का कहना है कि सरकार ने कोरोना संकट की घड़ी में हर गरीब को रोजगार दिया किसी को किसी भी प्रकार की कोई परेशानी नही होने दी इसके लिये बह अपनी सरकार का बहुत बहुत आभार व्यक्त करते है। सुनील और देवेन्द्र का कहना है कि उन्हें उम्मीद नहीं थी कि अब उन्हें उनके गांव में ही काम धंधा मिल जाएगा। हम लोग शहर के छोड़ के जिन हालातों में आए थे उसमें काफी दिक्कत हुई थी, अगर गांव में ही रोजगार लगातार मिलता रहा तो वे फिर शहर की ओर नहीं लौटेंगे।
कोरोना के लॉकडाउन में ईद पर टूट गया इस शाही ईदगाह का 800 साल पुराना रिकार्ड
पांच हजार से ज्यादा को मिला रोजगार
निदेशक यशवंत कुमार सिंह का कहना है विभाग के द्वारा हर श्रमिक को काम देने का संकल्प लिया गया है। जिसके तहत जनपद की 584 ग्राम पंचायतो में से 243 ग्राम पंचायतों में मनरेगा के काम को शुरू करा दिया गया है। 348 कार्यो में 15739 मजदूर मौजूदा समय मे काम कर रहे है। जनपद में 10 हज़ार प्रवासी श्रमिक है जिसमे से 5 हज़ार से अधिक श्रमिको को काम दिया जा चुका है शेष श्रमिकों को भी ग्राम पंचायतों में कार्य शुरू कराकर रोजगार मुहैया कराया जायेगा।