राहत : सहारनपुर में स्कूल वाहन संचालकाें की हड़ताल खत्म, जानिए कैसे बनी सहमति
विरोध जारी रहेगा
उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार की ओर से अपनाई जा रही निजीकरण की नीति और इस संबंधी लिए गए फैसले निंदनीय हैं। इसमें कर्मचारियों का हित नहीं है। सरकार के खिलाफ नारेबाजी करते हुए यूनियन के नेताओं ने कहा कि वे केंद्र सरकार की इस नीति को कामयाब नहीं होने देंगे। उन्होंने न्यू पेंशन स्कीम, रेलकर्मचारियों को जबरन हटाए जाने का तीखा विरोध जतया।
Moradabad: बच्चा चोरी के शक में भीड़ ने पीटा, पुलिस ने भीड़ पर भांजी लाठियां
मंशा बताई खतरनाक
इसके अलावा कर्मचारी नेताओं ने मोदी सरकार के 100 दिन के रेलवे के काम को खतरनाक बताया बोले की कई ऐसे निर्णय लिए गए हैं। जिससे हमारे कर्मचारी सीधे प्रभावित होंगे। कोच व लोकोमोटिव कारखाने प्राइवेट कम्पनी की तर्ज पर चलेंगे। हम इसका विरोध जुलाई में काला दिवस मनाकर कर चुके हैं। ये आन्दोलन लगातार जारी रहेगा।