रामपुर में 100 से ज्यादा मदरसे हैं। यहां हज़ारों छात्र पढ़ते हैं। जैसे ही शु्क्रवार को योगी सरकार की तरफ से आदेश हुआ कि 15 अगस्त को सभी मदरसों में तिरंगा फहराया जाएगा और छात्र तिरंगे को सलामी देंगे। इसी को समझने के लिए पत्रिका टीम शुक्रवार को ज़िले के सबसे बड़े मदरसे फेज-उलूम पहुंची, जहां पर कुछ छात्र बैठे मिले। वे मदरसे में दिन-रात रहकर पढ़ते हैं। उनसे जब पत्रिका टीम ने 15 अगस्त के बारे में पूछा तो वे बोले, हम नहीं जानते। उन्होंने कहा कि वे बस उर्दू ही जानते हैं। तीनों छात्रों से बातचीत में पता चला कि उन्हें न तो अंग्रेजी आती है और न ही उन्हें राष्ट्रीय गीत व पर्वों की कोई जानकारी है। उन्हें 15 अगस्त के बारे में कोई जानकारी नहीं दी गई। मदरसे में पढ़ने वाले एक छात्र से जब पूछा गया कि 15 अगस्त को लेकर क्या तैयारियां की गई हैं तो उसने कहा कि अभी कोई तैयारी नहीं की गई है। उन्हें 15 अगस्त के बारे में कोई जानकारी नहीं है। दो अक्टूबर, 26 जनवरी के बारे में भी उन्हें कुछ नहीं पता था। उन्हें केवल उस्ताद का नाम पता हाेता है। इसके अलावा उन्हें उर्दू आती है।
दूसरे छात्र ने भी कुछ ऐसा ही जवाब दिया। उसने कहा कि 15 अगस्त के बारे में भी उसे कुछ नहीं पता है। उसे भी राष्ट्रीय पर्वों के बारे में भी कोई जानकारी नहीं है। तिरंगे के बारे में पूछने पर भी उसने ना में सिर हिला दिया। वहीं, तीसरे छात्र ने बताया कि वह एक साल से यहां पढ़ रहा है। जब उससे पूछा गया कि 15 अगस्त की क्या तैयारियां हैं तो उसने कहा, कोई तैयारी नहीं है। 15 अगस्त पर क्या हुआ था या होता है पूछा गया तो उसने कहा, बालशाहियां बंटती हैं। उस दिन गांधी जी का जन्मदिन होता है। दो अक्टूबर के बारे में उसे कोई जानकारी नहीं थी। राष्ट्रीय त्यौहारों के बारे में भी कुछ नहीं पता था। स्वतंत्रता सेनानी का नाम पूछने पर तीनों ने ना में सिर हिला दिया।