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सपा का है मजबूत गढ़
मुरादाबाद सपा का मजबूर गढ़ है,बीते लोकसभा चुनावों में योगी-मोदी की आंधी के बाद भी सपा के चार विधायक चुनाव जीते थे। इसलिए सपा इस लोकसभा सीट पर अपना हक़ अभी से जता रही है। एक पूर्व प्रत्याशी के साथ ही सपा के एक कद्दावर नेता जो अखिलेश के ख़ास भी माने जाते हैं उन्होंने ने भी मुरादाबाद से लोकसभा चुनाव लड़ने की इच्छा जताई है। इसलिए पिछले कुछ दिनों में उनकी जनपद में सक्रियता भी बढ़ गयी है। जिससे स्थानीय नेता ख़ासा परेशान हैं।
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मुस्लिम मत हैं ज्यादा
मुरादाबाद में मुस्लिम मतदाता निर्णायक भूमिका में है और बसपा से गठबंधन के बाद ये और मजबूत हो जाता है। इसलिए कुछ नेता अपनी बसपा से नजदीकी का भी फायदा उठाने चाहते हैं।
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ये बोले पदाधिकारी
सपा जिलाध्यक्ष राजीव सिंघल ने बताया कि होर्डिंग में कुछ भी आपत्तिजनक नहीं है। कार्यकर्ताओं को अपनी मन की बात रखने का अधिकार है। अभी तक पांच लोगों के आवेदन मिले हैं। पार्टी हाई कमान को भेज दिए गए हैं। पार्टी जिसे भी चुनाव में उतारेगी पार्टी उसे पूरी ताकत से लगाएगी। गठबंधन पर फैसला भी हाई कमान को लेना है।