पुलिस सूत्रों के मुताबिक सपा नेता अलका दुबे का इसमे हाथ है। खबरों के मुताबिक तीन माह पहले सपा नेत्री अलका दुबे ने एक आरटीआई डलवाने के बहाने कासिम से दोस्ती की और चिकनी चुपड़ी बातों में फंसा लिया। इसके बाद सपा नेत्री ने अपने एक पुराने दोस्त विकास और कुलदीप के जरिए कासिम की हत्या करवा दी। वहीं खबर ये भी है कासिम की हत्या की सुपारी एख दूसरे सपा नेता ने अलका दुबे को दी थी हालाकि इस मामले में अभी पुलिस का आधिकारिक बयान नहीं आया है।
दरअसल पुलिस सूत्रों के मुताबिक आरटीआई कार्यकर्ता कासिम सैफी ने आरटीआई के जारिये सूचना से कई खुलासे कर दिए थे। इन्ही में एक समाजवादी पेंशन नाम का घोटाला भी उसने खोल दिया था। जिसमें कर्रवाई की वजह से कई लोगों को सरकारी पैसा वापस करना पड़ रहा था। इससे पहले भी कई बार आरटीआई के माध्यम से कासिम सैफी ने इस सपा नेता के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज करा दी थी। सपा नेता कासिम सैफी से अपना पल्ला छुड़ाना चाहता था। इसलिए उसने सपा नेत्री के साथ मिलकर कासिम सैफी की हत्या की सजिश तीन माह पहले रची थी।
आपको बता दें कि वारदात की रात कासिम सैफी 27 दिसबंर को घर से मुरादाबाद जाने के लिए निकला था। उसके साथ कुलदीप और विकास पहले शामली गए। वहां पर पीछे से पहले उसकी पीठ में गोली मारी। हत्या को अंजाम देने के बाद आरोपी वहां से भाग गए थे। पुलिस ने चौदह दिनों के बाद कासिम सैफी का शव विकास चौधरी की सूचना पर बरामद किया था।