क्या है यह पूरा मामला ?
दरअसल पूर्व की सरकार में मंत्री रहे शिव बहादुर सक्सेना के बेटे आकाश हनी ने मौजूदा ज़िला अधिकारी शिव सहाय समेत उत्तर प्रदेश सीएम सहित कई मंत्रियों को सपा नेता आज़म खान की शिकायतें की थीं। उन्हीं शिकायतों की जब जांच रिपोर्ट आई तो ज़िला अधिकारी शिव सहाय अवस्थी ने इलाहाबाद रेवेन्यू बोर्ड में सपा नेता आज़म खान के खिलाफ एक केस दर्ज किया, और उसकी केस की सुनवाई करते हुए बोर्ड ने सपा नेता आज़म खान को एक नोटिस भेज बुलाया है ।
दरअसल पूर्व की सरकार में मंत्री रहे शिव बहादुर सक्सेना के बेटे आकाश हनी ने मौजूदा ज़िला अधिकारी शिव सहाय समेत उत्तर प्रदेश सीएम सहित कई मंत्रियों को सपा नेता आज़म खान की शिकायतें की थीं। उन्हीं शिकायतों की जब जांच रिपोर्ट आई तो ज़िला अधिकारी शिव सहाय अवस्थी ने इलाहाबाद रेवेन्यू बोर्ड में सपा नेता आज़म खान के खिलाफ एक केस दर्ज किया, और उसकी केस की सुनवाई करते हुए बोर्ड ने सपा नेता आज़म खान को एक नोटिस भेज बुलाया है ।
आज़म खान पर क्या हैं आरोप ?
सपा नेता आज़म खान पर आरोप हैं कि उन्होंने सरकारी चकरोट की भूमि पर कब्ज़ा कर अपने ड्रीम प्रोजेक्ट जौहर यूनिवर्सिटी केम्पस में ले लिया। इसके अलावा कुछ ज़मीन विनिमय की गई जिसमें बड़े स्तर पर गड़बड़ी की गई। गड़बड़ी यह कि आज़म खान ने अपनी बेकार जमीन के बदले करोड़ों की जमीन हथिया ली जबकि जमीन की रेट वेल्यू निकाल कर उसकी रकम राजस्व को जमा करनी होती है , लेकिन ऐसा नहीं हुआ। इसके अलावा और कई गड़बड़ी हैं जिनको लेकर डीएम शिव सहाय अवस्थी कोर्ट गए ।
सपा नेता आज़म खान पर आरोप हैं कि उन्होंने सरकारी चकरोट की भूमि पर कब्ज़ा कर अपने ड्रीम प्रोजेक्ट जौहर यूनिवर्सिटी केम्पस में ले लिया। इसके अलावा कुछ ज़मीन विनिमय की गई जिसमें बड़े स्तर पर गड़बड़ी की गई। गड़बड़ी यह कि आज़म खान ने अपनी बेकार जमीन के बदले करोड़ों की जमीन हथिया ली जबकि जमीन की रेट वेल्यू निकाल कर उसकी रकम राजस्व को जमा करनी होती है , लेकिन ऐसा नहीं हुआ। इसके अलावा और कई गड़बड़ी हैं जिनको लेकर डीएम शिव सहाय अवस्थी कोर्ट गए ।
गौरतलब है कि रामपुर ज़िले में सपा नेता आज़म खान का ड्रीम प्रोजेक्ट है जौहर यूनिवर्सिटी ने इसके लिए उन्होंने बहुत मशक्कत की है लेकिन अब उनकी बड़ी मसक्कत पर सवाल खड़े हो रहें हैं । अब देखना दिलचस्प होगा कि सपा नेता आज़म खान पर लगाये गए आरोपों में सत्यता है या फिर आज़म खान पर लगाए गए आरोप निराधार है इसका फैसला भी अब बोर्ड करेगा ।