दरअसल आज़म खान रविवार को रामपुर नगर पालिका अध्यक्ष पद की उम्मीदवार फातिमा का नामांकन कराने तहसील परिसर गए थे। यहां मीडिया ने उन्हें घेर लिया। इस दौरान मीडिया से रूबरू होते हुए आज़म ने कहा कि यह रामपुर जिला समाजवादियों का ज़िला है।
हिन्दू-मुस्लिम भाईचारे का ज़िला है। हिंदू-मुस्लिम, सिख, ईसाई हम सब हैं भाई-भाई इसे हमने बनाए रखने की कोशिश की है। हमने देश को बांटने का और दिलों को बांटने का काम नहीं किया। हम देश को बांटने वाले लोग नहीं हैं। जिन्होंने देश को बांटने का काम। किया वो देश की बड़ी कुर्सी पर बैठे हैं।
गुजरात-राजस्थान से चुनाव के नतीजे आने वाले हैं। आजम ने आगे कहा कि आज सवाल सिर्फ आस्था का नहीं रह गया है सवाल यह है कि लोग जिंदा रहेंगे कि नहीं, रोजगार बचेगा या नहीं। हर चीज पर लात बर्दाश्त की जा सकती है पर पेट पर लात बर्दाश्त नहीं की जा सकती।
आज़म खान बोले में रामपुर डीएम शिव सहाय अवस्थी से नराज नहीं हूं। बल्कि उनके द्वारा उठाए गए कदमों से नाराज हूं। जिस दिन से रामपुर में शिव सहाय अवस्थी आए हैं उस दिन से वह अपने डीएम स्तर से नींचे गिरकर काम कर रहे हैं। हमें बहुत नुकसान पहुंचा रहे हैं। हम उनकी निंदा करते हैं।
दरअसल रामपुर ज़िला अधिकारी शिव सहाय अवस्थी कई मामलों में सपा नेता आज़म खान के ड्रीम प्रोजेक्ट मौलाना मोहम्मद अली जौहर संस्थान की जांच करवा रहे हैं। जिला अधिकारी ने इलाहाबाद हाईकोर्ट में आज़म खान के खिलाफ एक परिवाद भी दर्ज़ कराया है। जिसमें सपा नेता आज़म खान पर सरकारी जमीन कब्जाने का आरोप है। वहीं कुछ जमीन का विनिमय गलत तरह से हुआ जिसको लेकर डीएम सहाब सख्त हुए तो आज़म खान नराज हो गए।
डीएम को हटाने के सवाल पर आजम ने कहा कि चुनाव आयोग को उन्हें पहले ही हटा देना चाहिए था। जिस डीएम ने जिले में आने के पहले ही दिन समाजवादी पार्टी को नुकसान पहुंचाने में कोई कसर न उठा रखी हो ऐसे पक्षपाती व्यक्ति को रखना नहीं चाहिए था। लेकिन वोट जिलाधिकारी के पास नहीं है वोट हमारे पास है। हम पूरा जिला जीतेंगे ऐसी-ऐसी जगह जीतेंगे जहां पहले कभी नहीं जीते। डीएम ये भूल रहे हैं कि यह सरकार दोबारा नहीं आएगी।