तीन तलाक पर आजम की दो टूक
आज़म खान ने दो टूक कहा कि हमारा कानून हमारी ज़िंदगी के निजाम में जीने से लेकर मरने तक का ज़िक्र शरीयत में हैं । कौन कैसे दफन होगा क्या क्या किर्याकलाप होंगे ।अच्छे काम करंगे तो क्या सजा मिलेगी और बुरे करेंगे तो क्या सजा मिलेगी। उसके लिए शरीयत में सजा का भी प्रावधान है।लिहाजा हमें कोई कानून की जरूरत समझ में नहीं आती। क्योंकि भारतीय जनता पार्टी मुसलमानों को बांटकर राज करना चाहती है और बाटने में ही यकीन रखती है। यह तरीका मुसलमानो को बांटने का है। इन्हें एतराज भी है और हिमायत भी ।लेकिन हमारे पास जो कुरान है उसमें कानून की कोई जरूरत नहीं है ।
आज़म खान ने दो टूक कहा कि हमारा कानून हमारी ज़िंदगी के निजाम में जीने से लेकर मरने तक का ज़िक्र शरीयत में हैं । कौन कैसे दफन होगा क्या क्या किर्याकलाप होंगे ।अच्छे काम करंगे तो क्या सजा मिलेगी और बुरे करेंगे तो क्या सजा मिलेगी। उसके लिए शरीयत में सजा का भी प्रावधान है।लिहाजा हमें कोई कानून की जरूरत समझ में नहीं आती। क्योंकि भारतीय जनता पार्टी मुसलमानों को बांटकर राज करना चाहती है और बाटने में ही यकीन रखती है। यह तरीका मुसलमानो को बांटने का है। इन्हें एतराज भी है और हिमायत भी ।लेकिन हमारे पास जो कुरान है उसमें कानून की कोई जरूरत नहीं है ।
तलाक के मामले मुस्लिम से ज्यादा हिंदुओं में
आजम खान ने बड़ी बात यह कह कर सभी को सन्न कर दिया की मोदी जी जो शरीयत में कानून है तलाक को लेकर उसे लागू कराने का प्रावधान करवा दें। आज़म खान ने देश के प्रधानमंत्री से पूछा है कि वह बताएं कि देश में मुसलमानों का तलाक प्रतिशत ज्यादा है जा फिर हिंदुओं का ।आज़म बोले मेरी नज़र में सबसे ज्यादा हिंदुओं के मामले हैं तलाक के ना की मुसलमानों के मामले।
आजम खान ने बड़ी बात यह कह कर सभी को सन्न कर दिया की मोदी जी जो शरीयत में कानून है तलाक को लेकर उसे लागू कराने का प्रावधान करवा दें। आज़म खान ने देश के प्रधानमंत्री से पूछा है कि वह बताएं कि देश में मुसलमानों का तलाक प्रतिशत ज्यादा है जा फिर हिंदुओं का ।आज़म बोले मेरी नज़र में सबसे ज्यादा हिंदुओं के मामले हैं तलाक के ना की मुसलमानों के मामले।