तमीम जमात-उल मुजाहिद्दीन बांग्लादेश नामक आतंकी संगठन का चीफ था। बांग्लादेश के एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी सन्वर हुसैन ने तमीम के मारे जाने की पुष्टि की है। उन्होंने बताया कि वह जमात-उल मुजाहिद्दीन का नेता एवं रेस्टोरेंट पर हमले का मुख्य आरोपी था।
प्रवासी दिवस पर PM मोदी लेंगे यह बड़ा फैसला और तिलमिलाएगा पूरा पाकिस्तान तमीम बांग्लादेशी-कनाडाई नागरिक था। सुरक्षा एजेंसियों को उसका सुराग मिलने पर वह मौत के घाट उतार दिया गया। इस कार्रवाई में पुलिस ने करीब एक घंटे तक गोलीबारी का भी सामना किया।
तमीम 2013 में कनाडा से बांग्लादेश लौटा था। उसके बाद से वह आतंकी गतिविधियों में पूरी तरह लिप्त हो गया। अब पुलिस मुठभेड़ में उसके मारे जाने के बाद लोगों ने इसे ढाका हमले का इन्साफ बताया है।