दरअसल, ताजा मामला मुरादाबाद का ही है। जहां बुधवार को एक यू-ट्यूब चैनल ने उनका इंटरव्यू किया था, जिसका वीडियो वायरल हो गया है। वह वीडियो में कह रहे हैं कि इस नाजुक दौर में सभी मुसलमान इसका एहतियात बरत रहे हैं कि हम अपने वोट बंटने नहीं दें। हम सिर्फ उसे जिताएं जो बीजेपी को जिता सकता है और सिर्फ उसे जिताएं जो प्रदेश में सरकार बना सकता है। अब सांसद ने अपने इस बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा है कि जुबान फिसलने के कारण ऐसा मुंह से निकल गया। इस तरह किसी की भी जुबान फिसल सकती है। इसलिए इस भूल के गलत मायने नहीं लगाने चाहिए। उन्होंने कहा कि सवाल ये था कि असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी विधानसभा चुनाव में मुसलमान मतदाताओं पर कितना असर डाल सकती है। इस पर उन्होंने कहा था कि वह मुस्लिमों की हितैषी है तो भाजपा को हराने वालों के पक्ष में खड़े हों।
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इस्लामिक सेंटर में भेज रहे थे हिंदुओं का डाटा, ग्लोबल पीस सेंटर से चल रहा था मुस्लिम बनाने का खेल राष्ट्रगान बीच में ही भूल गए बता दें कि इससे पहले 15 अगस्त के कार्यक्रम के दौरान भी सांसद एसटी हसन की जमकर उस समय किरकिरी हुई थी, जब वह राष्ट्रगान बीच में ही भूल गए थे। वहीं, कोरोना महामारी के दौरान बेतुका बयान देकर भी वह चर्चा में आए थे। कोरोना, ताउते और यास तूफान की तबाही के बाद उन्होंने केंद्र सरकार को जिम्मेदार बता दिया था। उन्होंने कहा था कि कानून बनाकर शरीयत से छेड़छाड़ की गई। इसके बाद ही देश में कोरोना के कारण हजारों लोग मरे हैं और आसमानी आफत भी आई है। नीचे वाले इंसाफ नहीं करता तो ऊपर वाला इंसाफ करता है।
भाजपा पर लगाया था हिंदू-मुस्लिम विवाद कराने का आरोप वहीं, 2021 की शुरुआत में सांसद एसटी हसन ने अयोध्या में राम मंदिर के निर्माण को लेकर भी विवादित बयान दिया था। उन्होंने आरोप लगाया था कि भाजपा चुनावों में फायदा लेने के लिए मंदिर का चंदा लेने वाले लोगों पर भी पथराव करवा सकती है। हसन ने कहा था कि भाजपा प्रदेश में हिंदू-मुस्लिम के बीच विवाद कराकर चुनाव में फायदा भी ले सकती है। जिसमें कुछ बिके हुए मुस्लिम उसका साथ देंगे।
जयाप्रदा पर की थी बेहद अभद्र टिप्पणी 2019 के लोकसभा चुनाव में सपा प्रत्याशी एसटी हसन ने जयाप्रदा पर बेहद अशोभनीय टिप्पणी कर खूब सुर्खियां बटोरी थी। इसके बाद उनके खिलाफ केस दर्ज हुआ और यह केस मुरादाबाद एमपी-एमएलए स्पेशल कोर्ट में चला। सांसद एसटी हसन की आवाज के सैंपल से पुष्टि हुई की उन्होंने ही जयाप्रदा पर बेहद अभद्र टिप्पणी की थी।