सपा के टिकट पर 2019 में सपा-बसपा गठबंधन में चुनाव जीत कर डा. एसटी हसन दिल्ली पहुंचे। मुरादाबाद लोकसभा सीट से इससे पहले वह 2014 में सपा के टिकट पर चुनाव में किस्मत आजमाने उतरे थे, लेकिन उस वक्त मोदी लहर में भाजपा के सर्वेश सिंह सपा के डॉ. एसटी हसन को हराकर सांसद बने थे। सर्वेश सिंह 2019 में एसटी हसन से ही चुनाव हारे थे। एक बार फिर सपा ने डा. एसटी हसन पर दांव लगाया है और भाजपा ने फिर से सर्वेश सिंह पर भरोसा जताते हुए उन्हें टिकट थमा दिया है। सर्वेश सिंह के बेटे मुरादाबाद लोकसभा क्षेत्र में आने वाले बढ़ापुर विधानसभा क्षेत्र से विधायक हैं।
एसटी हसन 2006 में मुरादाबाद नगर निगम से महापौर चुने जा चुके हैं। लोकसभा चुनाव (Lok Sabha Election) में हर बार समीकरण अलग रहे हैं। 2014 में मोदी लहर थी तो 2019 में सपा के साथ बसपा थी। इस बार कांग्रेस और सपा एक साथ हैं बसपा अकेले मैदान में है। भाजपा को रालोद का साथ मिला है। मुकाबला इस बार काफी दिलचस्प होने वाला है। एक-एक बार सपा भाजपा के प्रत्याशियों की जीत के बाद मुकाबला बराबरी का है। तीसरी बार वही चेहरे फिर आमने सामने हैं अब देखना है कि बाजी किसके हाथ लगती है।