इस वजह से हुई कार्रवाई
यहां बता दें कि कांठ थाना क्षेत्र में जीन्स की रंगाई करने की चौदह फैक्ट्रियां है। जिनसे निकलने वाला कैमिकल युक्त पानी को शुद्ध करने के लिए किसी भी प्रकार सयंत्र नही लगा रखा था। जिसकी वजह से खादर की खेती की भूमि बंजर होने की कगार पर है। और रामगंगा नदी भी प्रदूषित हो रही थी। जिसकी शिकायत होने पर केंद्रीय पर्यावरण मंत्रालय की टीम ने पानी के सेंपल लेकर लेब में चैक किये। जांच रिपोर्ट में पानी के प्रदूषित होने की पुष्टि हो गयी। जिसके बाद प्रदूषण नियंत्रण विभाग के अधिकारियों और तहसील प्रशासन ने दूषित पानी निकालकर प्रदूषण फैलाने पर जींस की रंगाई करने वाली चौदह में से तेरह फैक्ट्रियों को सील कर दिया।
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नहीं ली एनओसी
प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के अधिकारी अजय शर्मा ने बताया कि कांठ थाना क्षेत्र में जींस रंगाई की अवैध फैक्ट्री चल रही थी। जिनको नोटिस भी जारी किए गए थे उसके बावजूद भी फैक्ट्री मालिको ने केमिकल युक्त पानी को शुद्ध करने के लिए कोई भी सयंत्र नही लगा रखा है। प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड से कोई एनओसी नही ले रखी थी। फैक्ट्री सील करने के बाद तेरह फैक्ट्रियों पर ग्यारह से तेरह लाख रुपये प्रति फैक्ट्री जुर्माना लगाया गया है।