यह भी पढ़ें- भैंस चराने गया 13 साल का मासूम हिंडन में डूबा, सुराग नहीं दरअसल, मुरादाबाद के गांगन तिराहा के रहने वाले डॉ. हसन अली एक निजी अस्पताल संचालक हैं। बताया जा रहा है कि मंगलवार रात डॉ. हसन अपनी पत्नी के भाई के दोस्त की बहन की शादी बिलारी गए थे। इस दौरान उनके साथ पत्नी डॉ. शमीम और उनका दो साल का बेटा हादी भी था। शादी के बाद वह बुधवार रात वह मुरादाबाद लौटने की तैयारी कर रहे थे। रिश्तेदारों से दुआ सलाम करने के बाद डॉ. हसन बैंक्वेट हाल की पार्किंग से कार बाहर निकालने के लिए पहुंचे। इसी बीच हादी भी उनके पीछे-पीछे आ गया और कार के पीछे खड़ा हो गया। डॉ. हसन को हादी के आने की भनक तक नहीं लगी। जैसे ही उन्होंने कार में बैक गेयर डाला और उसे पीछे हटाया तो हादी कार के पहिये के नीचे आ गया।
बच्चे की चीख सुनकर लोग मौके पर पहुंचे तो डॉ. हसन ने तेजी से कार आगे बढ़ाई। इसके बाद बच्चे को उठाया तो वह बेहोश हो गया। इसके बाद डॉ. हसन अन्य परिजनों के साथ बेसुध हादी को शाहाबाद रोड स्थित एक निजी अस्पताल में लेकर पहुंचे। जहां प्राथमिक उपचार के बाद बच्चे को मुरादाबाद स्थित साईं अस्पताल लाया गया, लेकिन बुधवार सुबह हादी ने दम तोड़ दिया। हादी की मौत से परिजनों में हाहाकार मच गया। बेटे हादी की मौत से पिता डॉ. हसन अली बेसुध हो गए। बताया जा रहा है कि हादी तीन भाई-बहनों में सबसे छोटा था। डॉ. हसन का बड़ा बेटा अब्दुल बहाव 11 साल और बेटी आसिफा नूर 7 साल की है। मां डॉ. शमीम और दोनों बच्चों का रो-रोकर बुरा हाल है।