Special Interview: सुप्रीम काेर्ट के फैसले के बाद Teen Talaq देने वालों के लिए ये सजा चाहती हैं आतिया साबरी कौन हैं राजभर प्रदेश सरकार में पिछड़ा वर्ग कल्याण विभाग के कैबिनेट मंत्री ओमप्रकाश राजभर के कार्यक्रम में पहले तो बारिश ने कार्यक्रम में बाधा डाल दी, लेकिन जब मंच से बोलना शुरू किया तो रुके नहीं और बेबाक अंदाज में अपनों को ही कठघरे में खड़ा करना शुरू कर दिया। ये वहीं राजभर हैं, जिन्होंने एक डीएम के खिलाफ धरना शुरू कर दिया था और योगी सरकार के लिए मुश्किल खड़ी कर दी थी। इसके बाद खुद सीएम योगी ने इन्हें व्यक्तिगत बुलाकर कार्रवाई करवाई और डीएम को हटाया। इसके बाद राजभर शांत हुए थे। वहीं पिछले दिनों जब पंचायत भवन में एक कार्यक्रम में राजभर आए थे तो भी उन्होंने कहा था कि अगर भाजपा ने जनता से किए वादे पूरे नहीं किए तो 2019 का आम चुनाव जीतना मुश्किल हो जाएगा।
साइकिल ट्रैक घोटाला: तीन इंजीनियरों की जमानत याचिका खारिज 2019 की कर रहे तैयारी वो फिलहाल अपनी पार्टी के संगठन को मजबूती देने में लगे हुए हैं, ताकि आगामी लोकसभा चुनाव में पार्टी के लिए गठबंधन में सीट की संख्या बढ़ा सकें। बता दें कि पूर्वांचल की कई सीटों पर ओमप्रकाश राजभर का बड़ी संख्या में सजातीय वोट बैंक है। इसी को ध्यान में रखते हुए भाजपा ने ऐन चुनाव से पहले राजभर से गठबंधन किया था।