पंतनगर यूनिवर्सिटी के मौसम वैज्ञानिक डॉ. आरके सिंह के अनुसार, पश्चिमी विक्षोभ मजबूत होने के चलते मानसून जाने के बाद भी इतनी अधिक बारिश दर्ज की गई है। उन्होंने बताया कि सामान्य तौर पर अक्टूबर और नवंबर में इतनी अधिक बारिश नहीं होती है। बारिश के कारण वातावरण में बहुत अधिक नमी आई है। इस कारण दिवाली के त्योहार से पहले ही सुबह और शाम के वक्त सर्दी शुरू हो जाएगी। उन्होंने बताया कि 15 नवंबर तक अच्छी खासी ठंड पड़ने के आसार बन रहे हैं। फिलहाल दिवाली तक हल्की सर्दी शुरू होने की उम्मीद है।
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बारिश ने तोड़ा 23 साल का रिकॉर्ड, 1998 के बाद से इस साल हुई झमाझम अधिकतम तापमान में बड़ी गिरावट उन्होंने बताया कि बुधवार को आसमान में कहीं-कहीं काले बादल छाए रहेंगे, जिससे हल्की बूंदाबांदी की संभावना है। इसके बाद से दिवाली तक मौसम साफ रहेगा। उन्होंने बताया कि रविवार सुबह से शुरू हुआ बारिश का दौर बुधवार तक चलने के आसार हैं। लगातार बारिश से अधिकतम तापमान में भी गिरावट दर्ज की गई है, जिससे मौसम में ठिठुरन बढ़ी है। घरों में एसी और कूलर बंद हो गए। मौसम विभाग के अनुसार, मंगलवार को अधिकतम तापमान 25 और न्यूनतम 19 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। जबकि सुबह के समय 99 फीसदी नमी और शाम के समय 98 फीसदी नमी दर्ज की गई है।
बारिश ने धो दिए सभी रिकॉर्ड उन्होंने बताया कि मानसून की विदाई के बाद दो दिन में ही 228 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई है। इससे पहले 2009 में 208.6 मिलीमीटर बारिश हुई थी। जबकि 2013 में 86.4 मिलीमीटर तो 2014 में 45 मिलीमीटर बारिश हुई थी। उन्होंने बताया कि 2009 से लेकर 2021 तक के शेष वर्षों में 20 एमएम बारिश ही हो सकी थी।