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कानपुर में बनेगा देश का पहला सेंटर फॉर ड्रोन, स्टार्टअप को मिलेगा बढ़ावा ट्रेन की खामियां दूर करने के लिए बनेगा उस्ताद गौरतबल है कि 15 जनवरी को पूर्वोत्तर सीमांत (एनएफ) रेलवे में अलीपुरद्वार के पास बिकानेर गुवाहाटी एक्सप्रेस दुर्घटना की शिकार हो गई थी। जिससे कई यात्रियों को अपनी जान गवानी पड़ी थी। जब घटना होने की वजह का पता लगाया गया तो पता चला कि ट्रेन के इंजन को सहारा देने वाला लोहा कमजोर था। जिसके टूटने से हादसा हुआ था। दरअसल, ये वह स्थाना है, जहां तकनीकी कर्मचारी भी नहीं पहुंच सकता और न ही फॉल्ट को देखा जा सकता था। इसीलिए रेलवे अधिकारियों ने ट्रेन की खामियां दूर करने के लिए आधुनिक तकनीक की सहायता लेने का फैसला किया।
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पिस्टल लहराकर इंस्टाग्राम रील बनाना युवक को पड़ा महंगा, पुलिस ने सलाखों के पीछे भेजा इंजीनियरिंग टीम ने उस्ताद का मॉडल किया तैयार फिलहाल इस आधुनिक तकनीक के लिए इंजीनियरिंग टीम ने उस्ताद का मॉडल तैयार कर लिया है। उस्ताद को काफी छोटे आकार का बनाया जाएगा जिसमें शक्तिशाली कैमरे के साथ-साथ लोहे का एक्सरे लेने की सुविधा उपलब्ध कराई जाएगी। यह सिस्टम इंटरनेट के माध्यम से कंप्यूटर से जुड़ा होगा। वहीं उस्ताद को चलाने के लिए छोटे-छोटे पहिए लगाए गए हैं। जिससे आसानी से इंजन व कोच के नीचे या अंदर भेजा जा सकता है। जहां तकनीकी टीम जांच करने नहीं पहुंच सकती है, वहां भी इसे आसानी से पहुंचाया जा सकता है। आपको बता दें कि उस्ताद को कम्प्यूटर या रिमोट के जरिए कंट्रोल किया जा सकेगा।