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पेट में था नौ महीने का बच्चा, पति ने कर दी हत्या, जानिए क्यों… कांठ तहसील के गांव व मल्लीवाला निवासी वेद प्रकाश शर्मा शुक्रवार को पड़ोस के गांव हीरापुर मिसरीपुर हवन करने जा रहे थे। तभी गांव खूंटखेड़ा और मल्लीवाला के बीच सड़क के किनारे गन्ने के खेत से बाघ आ गया। जिसे देखकर वो घबरा गए और बाइक घुमाकर वापस लौट आये और ग्रामीणों को इस बात की जानकारी दी। जिस पर ग्रामीण लाठी डंडे व हथियारों से लैस होकर गन्ने के खेत की तरफ बढे़। ग्रामीणों ने शोर मचाने के साथ ही आग जलाई तो बाघ वहां से भाग गया। ग्रामीण मंगल सिंह ने बताया की गन्ने के खेत के बाहर ही हम लोगों ने बाघ को देखा था। जब शोर मचाया गया तब जाकर बाघ वहां से भागा। इसकी सूचना वन विभाग को दे दी गयी है। यह भी पढ़ें
मायावती
ने लिया आगामी चुनाव के लिए बड़ा फैसला, लेकिन पार्टी के कुछ लोग कर रहे हैं विरोध गांव निवासी भूदेव सिंह ने बताया की रामगंगा नदी की खादर होने की वजह से अक्सर जंगली जानवर यहां आ जाते हैं। यही नहीं अक्सर ये ग्रामीणों पर हमले के साथ ही पालतू जानवरों को भी अपना निवाला बना लेते हैं। करीब तीन साल पहले बाघिन ने बहुत कहर बरपाया था और तीन ग्रामीणों को अपना निवाला बना लिया था। आज फिर बाघ दिखने से ग्रामीण भयभीत हैं। वहीं वन विभाग के अधिकारियों ने जल्द ही टीम को मौके पर भेजकर बाघ की पुष्टि करने की बात कही है। उनके मुताबिक इस इलाके में जंगली जानवरों की आवक तो है ही। अब गांव वालों ने जिस जानवर को देखा है वो बाघ था या कुछ और ये तो जानवर के पंजे के निशान को देखकर ही पता चल पाएगा।