बेटी ने पिता से कही ये बात नहीं मानी तो उठा लिया ये खौफनाक कदम
ये हैवजह
आतिशबाजी के साथ ही बढ़ता प्रदूषण चिंता का सबब बनता जा रहा है। हिन्दू कॉलेज में वनस्पति विज्ञान के एसोसिएट प्रोफेसर डॉ अनामिका त्रिपाठी के मुताबिक मुरादाबाद बेहद संवेदनशील शहरों में शामिल है। और दिवाली पर पटाखों के धुएं के चलते यहां धुंध और बढ़ जाती है। जिस कारण यहां का AQI बेहद खतरनाक स्तर पर आ जाता है। पीतल की ढलाई की अवैध फैक्ट्रियों और ई कचरे के कारण रामगंगा के किनारे सांस लेना दूभर है।
कांग्रेस के पूर्व विधायक के बाद अब सपा के पूर्व जिलाध्यक्ष ने भी छाेड़ी पार्टी, हाे लिए भाजपा के साथ
मास्क पहनें
वहीँ डॉक्टर भी बिना मास्क के घर न निकलने की सलाह देते हैं। सांस के मरीजों की दिक्कत एकाएक बढ़ जाती है। लिहाजा बिना मास्क के रहना मुश्किल हो जाता है।