वहीँ उधर जिला अधक्ष्य राजिव सिंघल ने कहा कि पार्टी के अंदर अनुशासनहीनता बर्दाश्त नहीं की जायेगी। जिन लोगों ने पार्टी के वरिष्ठ नेताओं पर आरोप लगाये हैं,उन्हें नोटिस जारी किया गया है। कुछ कार्यकर्ताओं और पदाधिकारियों में नाराजगी होगी तो उसे दूर कर दिया जायेगा।
दरअसल छात्र सभा के जिलाध्यक्ष फरीद मलिक ने प्रदेश अध्यक्ष नरेश उत्तम पटेल का पत्र भेजकर जिलाध्यक्ष पर खुद को प्रताड़ित करने का आरोप लगाया है। इसमें इन्होने खुद के साथ अन्य प्रकोष्ठों के भी युवा नेताओं के नाम लिखे हैं। इसमें बाकायदा नए जिलाधक्ष्य पर युवा नेताओं के प्रताड़ित करने के आरोप लगाये गए हैं। ये चिठ्ठी मीडिया में खूब वायरल हो रही है। ठीक उसी तरह जैसे निकाय चुनाव के बाद छात्र सभा के एक नेता ने तत्कालीन जिलाधक्ष्य के खिलाफ सोशल मीडिया पर पार्षदों के टिकट बेचने तक के आरोप लगा डाले। वहीँ पिछले सप्ताह मुलायम सिंह के करीबी रहे व्यापारी नेता राजीव गुम्बर ने भी सपा से इस्तीफा दे दिया। उन्होंने भी अपनी उपेक्षा का आरोप लगाया।
वहीँ सपा के अंदर से निकलकर बात ये भी आ रही है कि सपा में एक गुट नयी टीम के साथ खुश नहीं है। जिसको लेकर ही ये ताना बाना बुना जा रहा है।