मुरैना में रिकॉर्ड में 1064 और गोदाम में मिले 102 यूरिया के कट्टे
मोरेनाPublished: Jul 14, 2023 11:18:39 pm
- अधिकारियों ने चेकिंग के दौरान पकड़ा मामला
- दुकानदार के खिलाफ सिटी कोतवाली थाने में दर्ज कराया अपराध


मुरैना में रिकॉर्ड में 1064 और गोदाम में मिले 102 यूरिया के कट्टे
मुरैना. शहर में प्राइवेट दुकानदार बेलगाम हो चुके हैं। जो नियम से खाद का वितरण न करते हुए मनमानी पूर्वक यूरिया खाद की विक्री कर रहे हैं। ऐसा ही एक मामला गुरुवार को अधिकारियों ने चेकिंग के दौरान पकड़ा है।
जीवाजी गंज स्थित चंबल खाद भंडार पर अधिकारियों ने चेकिंग की तो यहां रिकॉर्ड में 1064 कट्टे यूरिया था लेकिन अधिकारियों ने गोदाम को चेक किया तो वहां सिर्फ 102 कट्टे यूरिया ही मिला। 964 कट्टे यूरिया के गायब मिले। दुकानदार ने नियमानुसार न बेचते हुए मनमानी रेट पर बेच दिए। फिलहाल डी के परिहार उर्वरक निरीक्षक विकासखंड मुरैना ने सिटी कोतवाली थाने में आरोपी दुकानदार रामदास गर्ग निवासी जीवाजी गंज के खिलाफ अपराध दर्ज करवा दिया है।
यहां बता दें कि किसानों को यूरिया नहीं मिलने पर गुरुवार की सुबह किसानों ने कलेक्टर बंगला घेर लिया था। हालांकि तहसीलदार की समझाइश के बाद किसान वितरण केन्द्र वापस पहुंच गए लेकिन इसको लेकर कलेक्टर ने अधिकारियों की बैठक लेक उनकी खिंचाई की और प्राइवेट खाद दुकानदारों के रखे यूरिया की स्थिति चेक करने को कहा गया। अधिकारियों ने देर शाम यूरिया के गोदामों पर छापामार कार्रवाई कर स्टॉक चेक किया तो चंबल खाद भ्ंाडार से 964 कट्टे यूरिया के गायब मिले। इससे लगता है कि प्राइवेट दुकानदार मनमानी तौर पर यूरिया की बिक्री कर रहे हैं। इस पूरे मामले में कृषि विभाग के अधिकारियों की कार्यशैली पर सवाल खड़े हो रहे हैं।
एक दिन ही चली अधिकारियों की कार्रवाई
कलेक्टर के निर्देश पर अधिकारियों ने प्राइवेट खाद की दुकानों पर छापामार कार्रवाई शुरू की लेकिन यह कार्रवाई एक दिन वह भी एक- दो घंटे ही चली, उसके बाद अधिकारी वापस हो गए। अगर यह कार्रवाई लगातार चलती तो और भी दुकानों पर गड़बड़ी पकड़ी जा सकती थी। कुछ दुकानदार 263 के यूरिया के कट्टे को साढ़े तीन सौ रुपए में खुलेआम बेच रहे हैं।
ीनहीं खुली खाद की दुकानें
प्रशासन की कार्रवाई से काला बाजारी करने वाले दुकानदारों में हडक़ंप मचा हुआ है। कार्रवाई के भय से उन दुकानों के शटर नहीं खुले, जिनमें यूरिया की बिक्री के नाम पर गड़बड़ी हुई है। इस तरह की कुछ दुकान जीवाजी गंज और कुछ नाला नंबर एक पर भी हैं। कृषि विभाग के अधिकारियों के संज्ञान में पूरा मामला है लेकिन उन्होंने अधिकारियों को उन दुकान व गोदाम तक पहुंचने नहीं दिया।