बस परिचालक की मारपीट कर १९ हजार लूटे
मोरेनाPublished: Sep 16, 2021 08:42:53 pm
– किराए नहीं देने पर परिचालक ने उतार दिया था तीन लडक़ों को बस से, उन्होंने किया विवाद
बस परिचालक की मारपीट कर १९ हजार लूटे
मुरैना. ओवरब्रिज के पास जे एस गार्डन के सामने एक दर्जन से लोगों ने लाठी, डंडों से बस परिचालक, चालक की मारपीट की और उसकी जेब से बुकिंग के १९ हजार रुपए निकाल लिए। चालक नीलध्वज पुत्र नरेश ङ्क्षसह भदौरिया निवासी एम एल डी कॉलोनी अंबाह ने पुलिस अधीक्षक को भी ज्ञापन दिया लेकिन अभी तक आरोपियों के खिलाफ एफआइआर दर्ज नहीं की गई है।
एसपी को दिए ज्ञापन में कहा है कि प्रार्थी बालाजी बस क्रमांक यू.पी. 83 ए टी 5050 पर परिचालक है ५ सितंबर की दोपहर तीन बजे बंगरा लहार होते हुये उक्त बस जयपुर के लिये रवाना हुयी। शाम 6 बजे उक्त बस ग्राम गाता थाना मेहगांव जिला भिण्ड पहुंची तो उक्त बस में गाता गांव पर 3 लडक़े बैठ गये प्रार्थी ने उक्त तीनों लडक़ों से किराये के पैसे मांगे तो उन्होंने किराया देने से मना कर दिया और प्रार्थी से गालिया देने लगे तो प्रार्थी ने अम्बाह आकर उक्त तीनों लडक़ों को अपनी बस से उतार दिया तो वह नाराज हो गये और बोले कि तुझे हम देखते है फिर प्रार्थी अपनी बस लेकर मुरैना आ गया और जे एस गार्डन के सामने पहुंचा तो पहले से ही किसी अन्य वाहन से उक्त तीनों आरोपी आ गये और उनके साथ में 10-12 अन्य लोग थे सभी के पास लाठी डण्डे थे प्रार्थी की बस में बैठने वाले तीनों लडक़ों में से एक ने अपना नाम मनोज गुर्जर पुत्र परदू गुर्जर निवासी ग्राम हरगंवा हाल निवासी जे.एस.गार्डन के पीछे सुभाष नगर मुरैना का बताया। मनोज गुर्जर एवं बस में बैठने वाले अन्य दो लडक़ो सहित सभी लोगों ने
मेरी लाठी डण्डों से मारपीट की जिससे प्रार्थी के पीठ, कंधे, हाथ, पैर में चोटे आई तथा आरोपी मनोज ने प्रार्थी की लोअर की जेब में से बुकिंग के रखे पैसे 19000 रुपए जबरन छीन लिये तथा प्रार्थी की टीशर्ट फाड़ दी। घटना के समय उक्त बस का चालक मदन सिहं बचाने आया तो उसकी भी सभी लोगों ने मारपीट की तथा जान से मारने की धमकी दी।
पुलिस ने आरोपी को उठाया, पहचान को नहीं आ रहा फरियादी ………….
स्टेशन रोड थाना पुलिस ने बड़ी मशक्कत के बाद एक आरोपी को रात में उठा लिया था। उक्त आरोपी की पहचान के लिए बस परिचालक को पुलिस बुला रही है, वह नहीं आ रहा। टी आई आशीष राजपूत ने बताया कि फरियादी न फोन उठा रहा है और न आरोपी की पहचान कर रहा है। थाना नहीं आ रहा उसके बाद पुलिस ने उसके व्हाट्सएप पर आरोपी का फोटो सेंड करके पूछा कि क्या यही आरोपी है, तब भी बस कंडक्टर ने कोई जवाब नहीं दिया। अब ऐसी स्थिति में पुलिस फरियादी को कैसे न्याय दिला सकती है।