नगर निगम ने फाटक बाहर ढाई करोड़ की लागत से सडक़ का निर्माण करवाया था। इस सडक़ पर सब्जी विक्रेताओं का उस समय से कब्जा है जब सडक़ का निर्माण भी नहीं हुआ था। पूर्व में सुभाष नगर में स्थित सब्जी मंडी के चबूतरों की जर्जर हालत होने के कारण यहां सब्जी मंडी व्यवस्थित नहीं हो पा रही थी। लेकिन नगर निगम ने लाखों रुपए खर्च कर मंडी के चबूतरों की मरम्मत भी करा दी है लेकिन उस पर सब्जी मंडी स्थापित नहीं हो सकी। पूर्व में नगर निगम ने दो तीन बार प्रयास भी किए लेकिन एक दो दिन बाद फिर से पूर्व की स्थिति निर्मित हो गई। हालात यह हैं कि फाटक बाहर सडक़ पर सब्जी विक्रेताओं ने कब्जा कर लिया है। एक तो सडक़ पर दुकान और ऊपर से सब्जी खरीदारों के वाहन खड़े होने से दिन भर जाम के हालात बनते हैं जिससे राहगीर व रहवासी सभी परेशान हैं।
इसलिए व्यवस्थित नहीं हो सकी सब्जी मंडी
नगर पालिका व पुलिस ने दो तीन बार सब्जी विक्रेताओं को सडक़ से हटाने का प्रयास किया लेकिन उनके वापस सडक़ पर आने के पीछे स्थानीय मकान मालिक व दुकानदार ही हैं। क्योंकि सब्जी विक्रेताओं को वहां से हटाया जाता है तो वहां के मकान मालिक व दुकानदार अपने घर व दुकान में सब्जी भर लेते हैं और ग्राहक सुभाष नगर न जाते हुए वहीं पर सब्जी खरीदने पहुंचते हैं। फिर चबूतरों पर पहुंचे सब्जी विक्रेता वापस सडक़ पर आ जाते हैं। अगर सुभाष नगर में सब्जी मंडी स्थायी रूप से व्यवस्थित करनी है तो फाटक बाहर सडक़ पर सब्जी का काम पूरी तरह खत्म करना होगा अन्यथा सब्जी मंडी सुभाष नगर में व्यवस्थित होना संभव नहीं हैं।
दो तीन बार सुभाष नगर में स्थित चबूतरों पर सब्जी मंडी व्यवस्थित करने का प्रयास किया लेकिन सब्जी विक्रेता ढाई करोड़ की सडक़ को छोडऩा नहीं चाहते। फिर भी हम प्रयास कर रहे हैं सब्जी मंडी जल्द व्यवस्थित हो सके।
केके शर्मा, कार्यपालन यंत्री, नगर निगम