128 करोड़ से 140 करोड़ तक पहुंची पहले चरण की लागत।
153 किमी पाइप लाइन बिछाई जानी है पहले चरण में।
24 माह में काम पूरा होना था पहले चरण का शहर में।
26500 सीवर कनेक्शन होने हैं, 23 हजार के करीब ही हो पाए हैं।
176 करोड़ का है सीवर के दूसरे चरण का में काम का प्रस्ताव।
200 करोड़ तक पहुंच सकता है काम शुरू होने में विलंब से।
कथन-
अच्छी दर पर सीवर का काम स्वीकृत होने के बावजूद दो साल काम छह साल में पूरा नहीं हो पाया है। इस संबंध में हम जानकारियां मांगते हैं तो दी नहीं जातीं। दूसरा चरण भी शुरू नहीं हो पा रहा है, कोई देखने-सुनने वाला नहीं है।
गौरव चतुर्वेदी, महामंत्री, जिला कांग्रेस कमेटी, मुरैना
काम तो लगभग पूरा है, अब हमारी टीम माइक्रोलेबल पर चेक कर रही है। जब हम संतुष्ट हो जाएंगे तभी पूर्णता प्रमाण-पत्र जारी करेंगे। काम में विलंब का कारण मोहल्लों में लोगों का विरोध भी रहा।
नवनीत शर्मा, कार्यपालन यंत्री, नगर निगम, मुरैना।