9 साल की आद्रिका देगी बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ का संदेश
मोरेनाPublished: Nov 14, 2017 06:13:41 pm
केन्द्र सरकार द्वारा संचालित अभियान के लिए जिला स्तर पर चुनी गईं ब्रांड एम्बेसडर
मुरैना. शिक्षा, खेल और सांस्कृतिक गतिविधियों में ढेर सारी उपलब्धियां हासिल कर चुकी नन्हीं आद्रिका गोयल को मुरैना जिले के लिए बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ योजना की ब्रांड एम्बेसडर बनाया गया है। महज 9 वर्ष की आद्रिका, मुरैना जिले की पहली बालिका है, जिसे यह सम्मान हासिल हुआ है।
अपनी खूबियों के लिए मप्र स्थापना दिवस समारोह में पुरस्कार से नवाजी जा चुकी आद्रिका गोयल शहर के युवा व्यवसायी अक्षत गोयल की सुपुत्री है। बात चाहे पढ़ाई की हो या खेल के मैदान की, आद्रिका अब तक अव्वल ही रही है। सांस्कृतिक गतिविधियों में भी उसका रुझान कम नहीं है। इतनी कम उम्र में अपनी गायन प्रतिभा से वे सभी को प्रभावित करती रही है। इन तमाम खासियतों के चलते उन्हें सामाजिक स्तर पर भी सम्मानित किया जा चुका है। अब महिला सशक्तिकरण विभाग ने उन्हें बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ अभियान की ब्रांड एम्बेसडर बनाकर सामाजिक स्तर पर यह संदेश प्रसारित करने का प्रयास किया है कि बेटियां भी किसी से कम नहीं होतीं।
आद्रिका की प्रमुख उपलब्धियां
कक्षा चार की छात्रा आद्रिका अपने स्कूल में प्रत्येक वर्ष गोल्ड सर्टिफिकेट हासिल करती रही हैं।
इंटरनेशनल इंग्लिश ओलम्पियाड में वर्ष 2015-16 में गोल्ड मेडल।
नेशनल साइंस, इंटरनेशनल मैथ्स ओलम्पियाड में मेडल।
ग्वालियर में आयोजित टैलेंट सर्च कॉम्पीटीशन में ब्रांज मेडल।
आठ वर्ष की आयु में ताइक्वांडो जैसे कठिन खेल में ब्लेक बेल्ट।
ताइक्वांडो में जिला व संभाग स्तर पर गोल्ड मेडल विजेता।
नेशनल लेवल पर जबलपुर में मध्यप्रदेश का प्रतिनिधित्व किया।
वैश्य रत्न की उपाधि व संगीत के लिए अग्रवाल सृजन पुरस्कार।
हरिद्वार में आयोजित चिल्ड्रन्स आर्ट कॉम्पीटीशन में दूसरी रैंक
बेटी पर माता-पिता को गर्व
बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ अभियान के लिए ब्रांड एम्बेसडर चुनी गईं आद्रिका गोयल पर उनके माता-पिता गर्व महसूस कर रहे हैं। उनके पिता अक्षत गोयल कहते हैं कि आप बस बेहतर परवरिश दीजिए, बेटियां किसी भी स्तर पर बेटों से कमतर साबित नहीं होतीं। सरकार बेटियों को सहेजने का प्रयास कर रही है तो हमारा भी दायित्व है कि उन्हें संसार में आने और खुलकर जीने का अवसर प्रदान करें।