गोरखा गांव का 38 वर्षीय जितेंद्र पुत्र शिवचरण गुर्जर आधी रात को रेत से भरा ट्रैक्टर-ट्रॉली लेकर आ रहा था। वन नाके पर विभागीय अमले और एसएएफ के जवानों ने रोकने का प्रयास किया। रेत कारोबारियों ने पथराव शुरू कर दिया। जवाबी पथराव वन विभाग और एसएएफ ने भी किया। एक पत्थर जितेंद्र को लगा तो वह बेहोश हो गया और संतुलन बिगडऩे से नीचे गिरते समय ट्रैक्टर की चपेट में आकर गंभीर रूप से घायल हो गया। घायल को 108 एंबुलेंस से उपचार के लिए ग्वालियर ले जाया गया, लेकिन वहां उसकी मौत हो गई। उसका पोस्टमार्टम भी ग्वालियर में ही कराया गया है। मृतक जितेंद्र के ताऊ सुंदर पटेल ने बताया कि रात को वन नाके पर पथराव हुआ था। जितेन्द्र को पत्थर लगा, जिससे वह बेहोश होकर गिर पड़ा और टै्रक्टर के नीचे आ गया। उसकी इलाज के दौरान ग्वालियर में मौत हो गई। रात को हम सभी लोग मौके पर पहुंच गए थे, लेकिन टीआई ने धारा 144 के उल्लंघन पर कार्रवाई की चेतावनी देकर हमें शांत कर दिया, जबकि पथराव में गांव का करुआ पुत्र मोहरमन सिंह गुर्जर भी घायल हुआ है। घटना शनिवार की रात करीब 12 बजे की है। घटना के बाद वन विभाग और पुलिस बैकफुट पर आ गई और घटना को एक्सीडेंट बताया जा रहा है। चर्चा है कि राजनीतिक हस्तक्षेप के चलते मामले में राजीनामा हो गया है।
वन विभाग को नहीं जानकारी, सीसीटीवी फुटेज भी गायब
वन नाके पर रात को हुए पथराव को लेकर कोई भी अधिकारी स्पष्ट बोलने को तैयार नहीं है। नाका प्रभारी जेपी त्रिवेदी से बात की तो उनका कहना है कि घटना के समय रेंजर एमके कुलश्रेष्ठ मौजूद थे। घटना के बारे में वही बताएंगे। जब कुलश्रेष्ठ से बात की तो उन्होंने बताया कि घटना के समय वह रेंज में अपने कमरे पर थे। जब नाके पर पहुंचा तो एम्बुलेंस एक लड़के को उठाकर ले जा रही थी। वहां क्या हुआ, यह तो नहीं पता। जब उनसे पूछा गया कि आपने सीसीटीवी फुटेज नहीं देखे तो बोले रविवार है स्टाफ नहीं आया है।
अधिकारी बचते रहे बात करने से
इस गंभीर घटना के बावजूद जिम्मेदार अधिकारियों का रवैया उदासीन रहा। डीएफओ बृजेंद्र झा और एसपी डॉ. असित यादव दोनों ने ही लोगों के कॉल रिसीव नहीं किए। वहीं पता चला है कि वन नाके पर लगे सीसीटीवी कैमरे का पूरा सिस्टम ही पुलिस जब्त करके अपने साथ ले आई है।
वन नाके पर एक युवक की एक्सीडेंट में मौत हो गई। उसका ग्वालियर में पीएम हुआ है। वहां से मर्ग डायरी आने पर मामले की जांच की जाएगी।
विनय यादव, थाना प्रभारी, सिविल लाइन
रात को वन नाके पर पथराव हुआ था। जितेन्द्र को पत्थर लगा जिससे वह बेहोश होकर गिर पड़ा और टै्रक्टर के नीचे आ गया। उसकी इलाज के दौरान ग्वालियर में मौत हो गई। रात को हम सभी लोग मौके पर पहुंच गए थे, लेकिन टीआई ने कहा कि कार्रवाई तो आप लोगों पर ही होगी। अगर आप लोगों ने कुछ किया तो धारा 144 लगी है। पथराव में गांव का करुआ पुत्र मोहरमन सिंह गुर्जर भी घायल हुआ है।
सुंदर पटेल, मृतक का ताऊ