प्रशासन की इस कार्रवाई को लेकर दुकानों का निर्माण कराने वाले रामौतार और रामनिवास त्यागी ने असंतोष जताया है। उन्होंने कहा है कि यह कार्रवाई अनन फानन में की गई हैैै। उन्होंने इस कार्रवाई को न्यायालय में चुनौती देने की बात कही है। कुछ लोगों ने नगरपालिका कार्यालय पहुंचकर घेराव, प्रदर्शन आंदोलन भी किया और कार्रवाई को पक्षपातपूर्ण बताया।
उन्होंने कहा कि कॉम्प्लेक्स उनकी निजी भूमि पर बना है। अभिलेखों में भी यह दर्ज है, लेेकिन मौके पर दस्तावेज दिखाने का मौका नहीं दिया गया। कार्रवाई का विरोध करने पर पुलिस ने हिरासत में लेकर उन्हें थाने म बैठा दिया।
नजूल की जमीन पर हुआ था निर्माण मौके पर मौजूद प्रशासनिक अधिकारियों ने बताया कि नजूल की जमीन पर कांप्लेक्स का निर्माण करा रहे रामनिवास त्यागी और उनके परिजनों के आरोप निराधार हैं। अतिक्रमणािरयों ने कहा है कि जल्दबाजी में सब किया गया, यह पूरी तरह गलत है, जबकि मौके पर मौजूद जितेंद्र त्यागी ने कहा कि प्रशासन ने हमारा पक्ष सुने बिना कार्रवाई की है। इससे पहले उनसे कुछ लोगों ने पैसे भी मांगे थे मगर पैसे नहीं दिए तो यह कार्रवाई की गई है। उन्होंने कहा कि इस कार्रवाई के खिलाफ वह न्यायालय में जाएंगे। इस कार्रवाही में कांपलेक्स के आसपास कुछ दुकानें भी टूट गई जिसके बाद स्थानीय लोगों ने नगर पालिका पहुंचकर सीएमओ के खिलाफ नारेबाजी की और प्रशासन से कार्रवाई की मांग की।