व्यापारियों को नसीहत और अधिकारी स्वयं उड़ाई लॉक डाउन की धज्जियां
मोरेनाPublished: Apr 01, 2020 08:29:23 pm
पोरसा में अधिकारियों की उपस्थिति में मौजूद रही भीड़, सोशल डिस्टेंस पर नहीं दिया ध्यान
व्यापारियों को नसीहत और अधिकारी स्वयं उड़ाई लॉक डाउन की धज्जियां
मुरैना. पोरसा में मंगलवार की शाम रेस्ट हाउस परिसर में अधिकारियों ने व्यापारियों और शहर के लोगों को एनाउंस करके बुलाया और वहां लॉक डाउन का पालन करने और आगामी आदेश तक दुकान न खोलने की नसीहत दी। लेकिन अधिकारी यह भूल गए कि उनकी उपस्थिति में ही सोशल डिस्टेंस की धज्जियां उड़ रही हैं। एक दूसरे सटकर दर्जनों लोग खड़े रहे। यह कैसी विडंवना हैं कि जो आम लोगों को नियमों की दुहाई देते रहे लेकिन स्वयं धज्जियां उड़ाते नजर आए। अधिकारी यह भूल गए कि अगर दूरियां बनाकर नहीं खड़े हुए तो इस भीड़ में कोरोना वायरस का संक्रमण फैल सकता है। बैठक में एसडीएम अंबाह विनोद सिंह, एसडीओपी अविनाश बंसल, तहसीलदार पोरसा राजकुमार नागौरिया, टी आई अतुल सिंह, बीआरसी, बीईओ, बीएमओ सहित अन्य अधिकारी कर्मचारी मौजूद रहे। परंतु किसी को यह ध्यान नहीं आया कि इस भीड़ के बीच सोशल डिस्टेंस का पालन करवाएं। एसडीएम विनोद सिंह का कहना हैं कि पोरसा में व्यापारियों को बुलाकर उनकी समझाया कि वरिष्ठ अधिकारियों के आगामी आदेश तक लॉक डाउन का पालन करना हैं। सोशल डिस्टेंस की बात पर कहा कि जब मैं पहुंचा तो मैंने लोगों को दूर दूर किया था।
यहां भी लॉकडाउन का उल्लंघन
कुछ मिल वालों ने कलेक्टर से लॉक डाउन के दौरान राशन सप्लाई के लिए परमीशन ले ली है लेकिन वह वाहन परमीशन का दुरुपयोग करते नजर आ रहे ैहैं। ऐसा ही एक मामला हाइवे पर राजपूत होटल के सामने देखने को मिला। यहां एक ट्रक जो छोंदा स्थित एक मील में सामना भरने जा रहा था, उस पर परमीशन थी लेकिन वह लेवर भरकर आया और हाइवे पर उतारकर चला गया। यह लेवर शिवपुरी की थी। अंबाह पोरसा से आलू खोदकर आई थी और बाजार में हर जगह पुलिस तैनात है इसलिए इस ट्रक से बैठकर हाइवे पर पहुंची और वहां से पैदल शिवपुरी के लिए रवाना हो रही थी।
ग्रामीण अमला निस्क्रीय, नहीं हो रही स्क्रीनिंग
लॉक डाउन के दौरान ग्रामीण अंचल के कुछ गांव ऐसे हैं जहां दर्जनों लोग बाहर से आ चुके हैं लेकिन ग्रामीण अमला इनकी सूचना प्रशासन तक नहीं दे पाया है। किशनपुर गांव में दर्जनों लोग सूरत, दिल्ली सहित अन्य शहरों से आ चुके हैं, आज तक उनकी स्क्रीनिंग नहीं हुई है। इसी तरह जारह गांव में दिल्ली, मुंबई, नागपुर, गुजरात के सूरत, अहमदाबाद से आधा सैकड़ा लोग गांव में आ चुके हैं, इनकी स्क्रीनिंग नहीं हुई है। ग्रामीणों में भय व्याप्त है। इसी तरह जिले के और भी गंाव हैं जिनके बाहर से दर्जनों लोग आ चुके हैं लेकिन ग्रामीण अमले ने प्रशासन को सूचना नहीं दी है।