सबलगढ़ के पूर्व भाजपा विधायक मेहरबान सिंह रावत का मंगलवार रात को निधन हो गया। उन्होंने अपने जन्म दिन के दिन ही अंतिम सांस ली। उनका अंतिम संस्कार बुधवार को उनके पैतृक गांव खनपुरा मंगरोल में किया जा रहा है। मेहरबान सिंह रावत तीन बार संबलगढ़ से विधायक रह चुके हैं। इसके अलावा वे 6 बार चुनाव लड़ चुके हैं। उनके निधन से पूरे जिले में शोक की लहर दौड़ गई।
शिवराज बोले- दुखद समाचार
सबलगढ़ के पूर्व विधायक एवं @BJP4MP के वरिष्ठ नेता श्री मेहरबान सिंह रावत के निधन का दुःखद समाचार प्राप्त हुआ। ईश्वर से उनकी आत्मा को अपने श्रीचरणों में स्थान देने व परिजनों को इस कठिन घड़ी में संबल प्रदान करने की प्रार्थना करता हूँ।
मुरैना जिले के सबलगढ़ से विधायक रहते हुए मेहरबान सिंह ने अनेक काम किए। कैलारस का शक्कर कारखाना चालू कराने को लेकर रावत ने कफी प्रयास किए। उन्होंने तत्कालीन मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की ओर से 2013 के विधानसभा चुनाव के दौरान घोषणा भी की गई थी, लेकिन मेहरबान सिंह रावत का यह प्रयास अधूरा रह गया।
चर्चित है यह किस्सा
मंडल अध्यक्ष आनंद सिंह सिकरवार बताते हैं कि सन 2009 में मेहरबान सिंह के साथ जब राजस्थान की पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे सिंधिया से मिलने जयपुर गए थे, तब राजे ने कहा था कि महाराज साहब, मायके और ससुराल के बीच की खाई को पाट दो। यह सुनकर राजे ने पूछा कि मेहरबानजी आप क्या कहना चाहते हो, स्पष्ट करें। तब मेहरबान सिंह ने कहा था कि मध्यप्रदेश और राजस्थान के बीच अटार घाट का पुल है, उसे हमारी सरकार तो नहीं बनवा पा रही है, इसे आप ही बनवा दीजिए।
मेहरबान सिंह के नजदीक रहने वाले भाजपा नेता रामजीलाल बंसल भी बताते हैं कि चुनाव के दौरान उनके प्रयास का तरीका अनोखा होता था। वे घर-घर वोट मांगने नहीं जाते थे। वे गांव के किसी स्थान पर लोगों को एकत्र कर लेते थे और वहीं पर अपनी बात सभी से कह देते थे।