मौके से मिला सुसाइड नोट
चंबल नदी से कूदने से पहले नरेश गुप्ता ने एक सुसाइड नोट भी लिखा जो पुलिस को मिला है। सुसाइड नोट में नरेश गुप्ता ने अपने भाईयों से माफी मांगी है साथ ही ये भी आग्रह किया है कि उनके बेटे का ख्याल रखना। सुसाइड नोट में कैंसर की बीमारी का भी जिक्र है जिससे नरेश गुप्ता लंबे समय से जूझ रहे थे। उन्होंने लिखा है कि कैंसर ठीक न होने से वो परेशान हैं और अपनी जान दे रहे हैं। नरेश गुप्ता का स्कूटर पुलिस को चंबल राजघाट पुल के ही पास राजस्थान की सीमा में खड़ा हुआ मिला है। नरेश गुप्ता के खुदकुशी करने की खबर मिलते ही उनके समर्थकों की भीड़ चंबल नदी के पुल पर लग गई ।
चंबल में लाश की तलाश
नरेश गुप्ता की लाश पुलिस को अभी तक नहीं मिली है। मुरैना पुलिस और राजस्थान पुलिस गोताखोरों की मदद से लाश की तलाश में जुटी हुई है। नरेश गुप्ता काफी मिलनसार नेता थे और उनके खुदकुशी करने की खबर मिलने के बाद से उनके समर्थकों में शोक का माहौल है।
4 साल पहले हुई थी पत्नी की मौत
नरेश गुप्ता की पत्नी की मौत चार साल पहले एक सड़क दुर्घटना में हुई थी। पत्नी की मौत और कैंसर बीमारी के कारण नरेश गुप्ता काफी परेशान रहते थे और यही परेशानी अब उनकी जान ले बैठी।