मुरैना. शहर में इन दिनों सावधान व चौकन्ने रहने की जरूरत है। पिछले कुछ दिन से बदमाशों की सक्रियता से आए दिन महिलाएं लूट व ठगी का शिकार हो रही हैं। विडंवना इस बात की है पुलिस आरोपियों को पकडऩा तो दूर उनको चिह्नित तक नहीं कर पाई है कि आखिर ये वारदात कौन कर रहा है। सबसे ज्यादा वारदात शहर में हो रही हैं। ठगी की ताबड़तोड़ वारदात हो रही हैं, लेकिन ठग गिरोह का सुराग नहीं लग पा रहा है। शहर में पुलिस गश्त के नाम पर औपचारिकता पूरी कर रही है।
जानकारी के अनुसार सिटी कोतवाली थाना क्षेत्र में हाईवे पर टीवीएस एजेंसी के पास अज्ञात बदमाशों ने अनीता पत्नी उदय सिंह परमार से जेवर ठग लिए। दूसरे दिन ३१ अक्टूबर को संजय पार्क के पास गांधी कॉलोनी निवासी गीता पत्नी राकेश त्यागी से ठग गिरोह नोट की गड्डी देकर जेवर उतरवा ले गया। जब गीता ने देखा तो कागज की गड्डी थी, उसके ऊपर नीचे असली नोट लगे थे। इससे पूर्व भी ठगी की कई वारदात हो चुकी हैं, लेकिन उनको आज तक टे्रस नहीं किया जा सका है।
चेन स्नेचरों का नहीं लगा सुराग
०५ नवंबर की सुबह जेल रोड पर अज्ञात चेन स्नेचर बाइक से आए और काजल पत्नी नेत्रपाल सेंगर निवासी तुलसी कॉलोनी लक्ष्मण तलैया के गले से झपट्टा मारकर मंगलसूत्र खींच ले गए। इस वारदात को पुलिस अभी तक टे्रस नहीं की जा सकी है। इससे पूर्व चार नवंबर की सुबह महादेव नाके स्थित गिर्राज मंदिर पर दर्शन करने आई महिला के गले से अज्ञात आरोपी ने मंगलसूत्र पार कर दिया था।
एफएसएल अधिकारी के घर से भी हो चुकी है चोरी
चोरों का दु:स्साहस देखो कि सीएसपी के बंगले के पास ही निवासरत एफएसएल अधिकारी अर्पिता सक्सैना के घर से अज्ञात चोर हजारों रुपए का माल समेट कर ले गए। इसे विडंवना ही कहेंगे कि पीछे सिटी कोतवाली थाना, पुलिस अधिकारी व कर्मचारियों के आवास और बगल में दो तीन क्वाटर छोड़ कर सीएसपी का बंगला, उसके बाद भी चोरों ने हाथ साफ कर दिया। पुलिस चोरी को टे्रस नहीं कर सकी है।
पुलिस महकमे में मामा-भानजे का जलवा
पुलिस महकमे में मामा-भानजे का जलवा है। इनकी मुरैना में पकड़ भले ही न हो, लेकिन
अलीगढ़ ,
हाथरस , आगरा, ग्वालियर जैसे शहरों में अच्छी पकड़ है। कभी भी किसी भी आरोपी को उठा लाते हैं और मुरैना में हथियार सहित अन्य मामलों में दर्शाकर स्वंय तो हाईलाइट होते ही हैं साथ में अपने आका को भी वरिष्ठ अधिकारियों की नजर में हीरो बना देते हैं। कुछ दिन पहले ही बात है ग्वालियर शहर से अच्छे परिवार के दो लोगों को उठा लाए। उनके परिजन लग्जरी गाडिय़ों से मुरैना आए और तीन दिन तक उन्होंने यहां पड़ाव डाला और बाद में मामला शांति से निपट गया। जिनके परिजन नहीं आते, वह मामले हाईलाइट कर मीडिया के सामने पेश कर दिए जाते हैं।
पुलिस ने कई मामले टे्रस किए हैं। शहर में अगर वारदात हो रही हैं तो उनको भी टे्रस किया जाए, हर घर पर पुलिस तैनात नहीं की जा सकती। एफएसएल अधिकारी के यहां कोई बड़ी चोरी नहीं है। फिर भी हम प्रयास कर रहे हैं कि चोरी का जल्द खुलासा हो सके।
एसएस तोमर, सीएसपी, मुरैना