कोरोना संक्रमण : होम आइसोलेशन पर लोग गंभीर नहीं
आमजन में जागरूकता का अभाव, सरकारी रुख भी नरम

मुरैना. कोरोना वायरस के संक्रमण की आशंका खत्म करने के लिए होम आइसोलेशन सबसे उपयुक्त उपाय है, लेकिन लोग इस मामले में एहतियात बरतते नजर नहीं आ रहे हैं। आलम यह है कि अभी भी भीड़ जुटाने वाले कई कार्यक्रम सामान्य दिनों की तरह आयोजित किए जा रहे हैं। हैरत की बात यह कि इस संबंध में प्रशासनिक रुख भी फिलहाल अपील तक ही समिति नजर आ रहा है।
संक्रमण से निपटने के इंतजामों की बात करें तो यहां जिला अस्पताल में आइसोलेशन वार्ड बनाने और संदिग्ध लोगों की स्क्रीनिंग करने के अलावा कोई और पुख्त कदम सरकारी स्तर से नहीं उठाया गया है, जबकि चिकित्सा विशेषज्ञों के मुताबिक इस समय सर्वाधिक जरूरत सार्वजनिक स्थानों पर लोगों की भीड़ कम करने की है। हालांकि प्रशासनिक स्तर पर ऐसे कार्यक्रमों का आयोजन नहींं किया जा रहा है, जिनमें अधिक लोग जुटते हों, लेकिन गैर सरकारी स्तर पर सब कुछ पहले की तरह ही चल रहा है। लोग भी फिलहाल कोरोना संक्रमण को लेकर गंभीर नहीं हैं। कई स्थानों पर होली मिलन समारोहों का आयोजन किया जा रहा है तो बुधवार को दो ऐसे राजनीतिक कार्यक्रम भी शहर में हुए, जिनमें बड़ी संख्या में लोग शरीक हुए। चिकित्सा विशेषज्ञों के मुताबिक सार्वजनिक स्थानों पर भीड़ कम करने के लिए प्रशासनिक स्तर से पुख्ता कदम उठाए जाने चाहिए। वे कहते हैं कि इसके लिए धारा १४४ भी लागू की जा सकती है, लेकिन प्रशासनिक अधिकारी फिलहाल इसकी जरूरत महसूस नहीं कर रहे हैं।
अस्पतालों में नहीं सेनेटायजेशन
कोरोना वायरस के संक्रमण से निपटने के लिए जिला अस्पताल में पुख्ता प्रबंध होने का दावा किया जा रहा है, लेकिन जिले में संचालित अन्य सरकारी व गैर सरकारी अस्पतालों में सेनेटायजेशन की अनदेखी की जा रही है। बता दें कि मुरैना शहर में ही कई ऐसे नर्सिंग होम्स संचालित हैं, जहां बड़ी संख्या में मरीज व उनके अटेंडेंट आते हैं, लेकिन इन चिकित्सा इकाइयों में सेनेटायजेशन नहीं किया जा रहा है।
मांस की बिक्री पर भी रोक नहीं
कोरोना वायरस के संक्रमण की आशंका के बीच जिले में मांस की बिक्री भी खुलेआम हो रही है। वहीं मांसाहारी भोजनालय भी नियमित खुल रहे हैं। हालांकि अम्बाह में बुधवार को नगर पालिका ने मांस की दुकानें बंद करने के आदेश दिए थे, लेकिन अन्य स्थानों पर इस मामले में सुस्ती का आलम है।
क्या कहते हैं चिकित्सा विशेषज्ञ
कोरोना वायरस के संक्रमण की आशंका को खत्म करने के इंतजामों पर जिला अस्पताल के सहायक प्रबंधक डॉ. धर्मेन्द्र गुप्ता का कहना है कि इस वायरस से भयभीत होने के बजाय सतर्क रहकर सुरक्षित रहा जा सकता है। सर्वाधिक जरूरी यह है कि लोग अपने घर पर ही रहें। बहुत जरूरी काम होने पर ही बाहर निकलें। कोई भी ऐसा आयोजन न किया जाए, जहां अधिक संख्या में लोग जुटने वाले हों। प्रयास करें कि सार्वजनिक स्थानों पर भी अधिक भीड़ एकत्रित न हो। जो उपाय हमें मजबूरी में करने पड़ें, इससे बेहतर है पहले ही एहतियात से रहें। सेनेटायजेशन व अन्य उपायों के बारे में डब्ल्यूएचओ के निर्देशों का पालन करें।
कथन
जागरूकता के माध्यम से सार्वजनिक स्थानों पर भीड़ कम की जा रही है। शटडाउन के निर्देश फिलहाल नहीं हैं। जरूरी है कि लोग डर फैलाने के बजाय, सतर्क रहें।
प्रियंका दास, कलेक्टर, मुरैना
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