प्रभारी मंत्री शनिवार को देवरी गोशाला के औचक निरीक्षण पर पहुंचे। जिला कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष राकेश मावई, किसान कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष दिनेश गुर्जर एवं जिला प्रवक्ता राजेंद्र यादव के साथ जब प्रभारी मंत्री गोशाला पहुंचे उस वक्त वहां कई गाय मरी पड़ीं थीं। उनके शवों को जेसीबी की सहायता से ट्रक में लादा जा रहा था। यह देखकर प्रभारी मंत्री अवाक रह गए। उन्होंने सवाल उठाए तो पता चला कि गोशाला में रोज 10-12 गायों की मौत हो रही है। यह सुनते ही प्रभारी मंत्री ने दु:ख प्रकट करते हुए गोशाला प्रबंध समिति को भंग करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि दूसरी प्रबंध समिति का गठन किया जाए अथवा कलेक्टर या नगर निगम गोशाला के संचालन को अपने हाथ में लें। प्रभारी मंत्री ने गोशाला में पदस्थ क्षेत्रीय पशु चिकित्सा अधिकारी को भी निलंबित करने के निर्देश दिए। बाद में उन्होंने इस मुद्दे पर कलेक्टर कार्यालय में कलेक्टर प्रियंका दास, निगम के अधिकारियों व संबंधित के साथ बैठक कर नई समिति शीघ्र गठित करने और इस मामले में जांच व कार्रवाई के निर्देश दिए।
छह माह में मरीं डेढ़ हजार गायें देवरी स्थित गोशाला में पिछले 6 माह के भीतर डेढ़ हजार गायों की मौत हो चुकी है। बता दें कि जनवरी माह के अंत तक गोशाला में गायों की संख्या तीन हजार के आसपास थी। इसके विपरीत अब यहां सिर्फ 1600 के आसपास गायें रह गई हैं। इस संबंध में प्रबंध समिति का कहना है कि गोशाला में पर्याप्त शेड नहीं है। अन्य इंतजामों का भी अभाव है, इसलिए गायों की मौत हो रही है।