बढ़े हुए विद्युत बिलों पर चर्चा के नाम पर पुलिस ने सुबह 11 बजे कोतवाली बुलाया। चर्चा के दौरान यह तय हुआ कि 1.47 लाख रुपए के बिल पर ऑफिस में बैठकर 28 जनवरी को सुधार की कोशिश की जाएगी। पुलिस ने इसका नोटिस तैयार किया और दो प्रतियों में हस्ताक्षर करने को कहा। मैंने उस पर 3:30 घंटे जबरन कोतवाली में बैठाकर रखने की बात लिखकर एक प्रति वापस की तो पुलिस ने दोनों प्रतियां ले लीं और मुझे कोतवाली से आने दिया।
आरएस भदौरिया, उप महाप्रबंधक बिजली वितरण कंपनी, मुरैना
डीजीएम बंधक बनाने की बात पर बकवास कर रहे हैं। लोगोंं की शिकायतें थीं कि कंपनी के अधिकारी मनमाने बिल दे रहे हैं और सुधार के लिए जाने पर टाल-मटोल कर रहे हैं। इस पर डीजीएम को चर्चा के लिए कोतवाली बुलाया था।
कुशल सिंह भदौरिया, टीआई, कोतवाली, मुरैना
मेेरी तो जानकारी में ही यह मामला नहीं आया। मैं पता करवाता हूं कि आखिर यह स्थिति कैसे बनी।
सुधीर सिंह कुशवाह, सीएसपी, मुरैना
कोई खास बात नहीं थी, रुटीन में बिजली कंपनी के अधिकारी को कोतवाली बुलाया गया था।
डॉ. असित यादव, एसपी, मुरैना
आरएस भदौरिया, उप महाप्रबंधक बिजली वितरण कंपनी, मुरैना
डीजीएम बंधक बनाने की बात पर बकवास कर रहे हैं। लोगोंं की शिकायतें थीं कि कंपनी के अधिकारी मनमाने बिल दे रहे हैं और सुधार के लिए जाने पर टाल-मटोल कर रहे हैं। इस पर डीजीएम को चर्चा के लिए कोतवाली बुलाया था।
कुशल सिंह भदौरिया, टीआई, कोतवाली, मुरैना
मेेरी तो जानकारी में ही यह मामला नहीं आया। मैं पता करवाता हूं कि आखिर यह स्थिति कैसे बनी।
सुधीर सिंह कुशवाह, सीएसपी, मुरैना
कोई खास बात नहीं थी, रुटीन में बिजली कंपनी के अधिकारी को कोतवाली बुलाया गया था।
डॉ. असित यादव, एसपी, मुरैना