scriptउपमहाप्रबंधक को 3.30 घंटे कोतवाली में बैठाकर रखा | Deputy General Manager to be kept in the Kotwali for 3.30 hours | Patrika News

उपमहाप्रबंधक को 3.30 घंटे कोतवाली में बैठाकर रखा

locationमोरेनाPublished: Jan 22, 2020 11:08:39 pm

मामला बिजली के बढ़े हुए बिलों को सुधारने का

उपमहाप्रबंधक को 3.30 घंटे कोतवाली में बैठाकर रखा

उपमहाप्रबंधक को 3.30 घंटे कोतवाली में बैठाकर रखा

मुरैना. बिजली वितरण कंपनी के उप महाप्रबंधक आरएस भदौरिया को कोतवाली थाना पुलिस ने 3:30 घंटे तक हिरासत में रखा। पुलिसकर्मियों के बढ़े हुए बिलों में सुधार के मामले में टीआई ने सुबह 11 बजे कोतवाली बुलाया और 2:30 बजे जाने दिया। इसके साथ ही शर्त लगाई है कि बढ़े हुए बिल की जांच और सुधार की प्रक्रिया 28 जनवरी को बिजली कंपनी के कार्यालय में पूरी की जाएगी।
जानकारी के अनुसार कोतवाली थाने में पदस्थ कुछ कर्मचारियों के घरों पर बढ़ी हुई राशि के बिल पहुंच रहे हैं। उन्हें सुधारने के लिए कहा गया तो अधिकारी टालमटोल कर रहे थे। इस दौरान बुधवार को सुबह 11 बजे कोतवाली थाने से 4 पुलिसकर्मी वाहन लेकर उपमहाप्रबंधक आरएस भदौरिया के पास पहुंच और उन्हें कोतवाली चलने को कहा। जब उन्होंने पूछा क्यों चलना है, तो बताया गया कि बिलों से संबंधित कोई मामला है। मोबाइल पर पुलिसकर्मियों ने टीआई कुशल सिंह भदौरिया से उप महाप्रबंधक की चर्चा भी करवाई। टीआई ने कोतवाली आने को कहा तो उप महाप्रबंधक, प्रबंधक निखिल शर्मा को साथ लेकर कोतवाली चले पहुंच गए। कोतवाली में बिलों को लेकर चर्चा के दौरान जो दो बिल प्रस्तुत किए गए उनमें एक संशोधित होने और दूसरा 1.47 लाख रुपए का बिल मीटर रीडिंग से होने की बात बिजली अधिकारियों ने कही। पुलिस ने कहा कि इसका और परीक्षण कर लिया जाए। इस पर डीजीएम नेे कहा कि 28 जनवरी को ऑफिस में इस बिल का परीक्षण करवा लिया जाएगा। इस पर पुलिस ने नोटिस तैयार किया और दो प्रतियों में उप महाप्रबंधक को दिया। डीजीएम ने ऑफिस प्रति पर लिख दिया कि उन्हें सुबह 11 बजे से 2:30 बजे तक कोतवाली में जबरन बैठाकर रखा गया। इसके बाद पुलिस ने दोनोंं ही प्रतियां ले लीं और डीजीएम को कोतवाली से जाने दिया। बिजली कंपनी के डीजीएम और पुलिस के बीच विवाद को लेकर महाप्रबंधक शिशिर गुप्ता ने कोई भी टिप्पणी करने से इनकार कर दिया है।
बढ़े हुए विद्युत बिलों पर चर्चा के नाम पर पुलिस ने सुबह 11 बजे कोतवाली बुलाया। चर्चा के दौरान यह तय हुआ कि 1.47 लाख रुपए के बिल पर ऑफिस में बैठकर 28 जनवरी को सुधार की कोशिश की जाएगी। पुलिस ने इसका नोटिस तैयार किया और दो प्रतियों में हस्ताक्षर करने को कहा। मैंने उस पर 3:30 घंटे जबरन कोतवाली में बैठाकर रखने की बात लिखकर एक प्रति वापस की तो पुलिस ने दोनों प्रतियां ले लीं और मुझे कोतवाली से आने दिया।
आरएस भदौरिया, उप महाप्रबंधक बिजली वितरण कंपनी, मुरैना
डीजीएम बंधक बनाने की बात पर बकवास कर रहे हैं। लोगोंं की शिकायतें थीं कि कंपनी के अधिकारी मनमाने बिल दे रहे हैं और सुधार के लिए जाने पर टाल-मटोल कर रहे हैं। इस पर डीजीएम को चर्चा के लिए कोतवाली बुलाया था।
कुशल सिंह भदौरिया, टीआई, कोतवाली, मुरैना
मेेरी तो जानकारी में ही यह मामला नहीं आया। मैं पता करवाता हूं कि आखिर यह स्थिति कैसे बनी।
सुधीर सिंह कुशवाह, सीएसपी, मुरैना
कोई खास बात नहीं थी, रुटीन में बिजली कंपनी के अधिकारी को कोतवाली बुलाया गया था।
डॉ. असित यादव, एसपी, मुरैना
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