मंगलवार को वल्लभ भवन स्थित मंत्रालय में पूजा-अर्चना के साथ पदभार ग्रहण करते हुए कंषाना ने यह बात कही। पीएचई मंत्री ने कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों में बंद पड़ी नल-जल योजनाओं को चालू कराया जाएगा और बंद हैंडपंपों की मरम्मत भी कराई जाएगी। पीने के पानी के लिए खेतों पर निजी बोरिंग से ही पीने का पानी उपलब्ध कराने की व्यवस्था की जाएगी। कंषाना के पीएचई मंत्री बनने से सुमावली के पेयजल संकट प्रभावित गांवों के अलावा जिले के सबलगढ़, बानमोर आदि क्षेत्रों में भी काम तेजी से होंगे। निर्माणाधीन नल-जल परियोजनाओं को गति मिलेगी, वहीं चंबल वाटर प्रोजेक्ट पर भी प्रगति की उम्मीद है।