– करुआ मोड़ पर कोई ठेकेदार बाउंड्री का निर्माण कर रहा है। शिकायत मिली कि वहां पुलिस चौकी के लिए जगह पड़ी है, उसको भी दबाया जा रहा है। इसलिए मैंने पुलिस फोर्स को भेजा था। वहां ठेकेदार ने ही रेत की टै्रक्टर ट्रॉली को मंगवाया था, पुलिस को देखकर टै्रक्टर ट्रॉली भाग गए। चूंकि कोई जनहानि न हो, इसलिए उसका पुलिस ने पीछा नहीं किया।
भूमिका दुबे, थाना प्रभारी, नूराबाद
घटनाक्रम के अनुसार मंगलवार की सुबह करुआ मोड़ पर हाइवे किनारे बाउंड्रीवाल का निर्माण हो रहा था, उसके लिए चंबल रेत से भरी टै्रक्टर ट्रॉली ठेकेदार द्वारा मंगवाई गई थी। सुबह साढ़े नौ बजे जैसे ही चंबल रेत से भरा हुआ टै्रक्टर ट्रॉली वहां पहुंचा तभी नूराबाद थाना पुलिस का मोबाइल वाहन पुलिस स्टाफ के साथ मौके पर पहुंच गया। पुलिस वाहन व टै्रक्टर ट्रॉली पास पास दस बजे खड़े रहे। वहां पुलिस व रेत माफिया के लोगों के बीच चर्चा भी हो रही थी। जैसे ही दस बजे मीडिया के लोग पहुंचे और फोटो बगैरह लिए तभी पुलिस वाहन थाने की तरफ और रेत से भरा टै्रक्टर ट्रॉली जारोनी की तरफ आसानी से चला गया।
चंबल रेत से भरे टै्रक्टर ट्रॉलीको लेकर चालक भागा नहीं, बल्कि आसानी से जारोनी की तरफ निकल गया। काफी दूर तक मीडिया ने पीछा किया और देखा कि शायद पुलिस वाहन इधर आएगा लेकिन वाहन हाइवे पर चढक़र थाने की तरफ चला गया। पुलिस ने वाहन पकडऩा तो दूर प्रयास भी नहीं किया। इस पूरे घटनाक्रम को देखकर पुलिस की कार्यप्रणाली पर सवाल खड़े हो रहे हैं।