करोडों खर्च कर कंडम स्कूल भवनों पर तैयार की पेयजल व्यवस्था
मोरेनाPublished: Jan 10, 2023 11:06:35 pm
- विभागीय अधिकारियों ने नहीं की मॉनीटरिंग, ठेकेदारों ने की मनमानी
- २०२० स्कूल व ९३७ आंगनवाड़ी केन्द्रों पर निर्माण किए टंकी, प्लेटफॉर्म, अधिकांश बंद, कहीं बोर तो कहीं टंकियों से नलों के कनेक्शन नहीं


करोडों खर्च कर कंडम स्कूल भवनों पर तैयार की पेयजल व्यवस्था
मुरैना. जल जीवन मिशन के तहत जिले भर में स्कूल एवं आंगनवाड़ी भवनों में पेयजल व्यवस्था के लिए संरचना के निर्माण का ठेका पीएचई विभाग द्वारा दिया गया। इस दौरान विभाग ने कई स्कूल व आंगनवाड़ी भवन कंडम घोषित कर दिए हैं, उसके बाद भी उन भवनों पर प्लेटफॉम निर्माण कर टंकी रख कर सरकारी पैसे को पानी की तरह बहाया गया है। विभागीय अधिकारियों ने समय पर मॉनीटरिंग नहीं की इसलिए ठेकेदारों ने मनमानीपूर्वक निर्माण कर दिया।
जिले में 2020 शासकीय विद्यालय भवन और 937 आंगनवाड़ी केंद्र भवनों में करीब एक साल पूर्व पेयजल संचरचना स्थापित करने पर करीब 40 करोड़ रुपए खर्च किए जा चुके हैं। इनके निर्माण के समय भी तमाम शिकायत आईं। शिक्षा विभाग, पीएचई सहित अन्य विभागों के अधिकारियों को मॉनीटरिंग के लिए मौके पर भेजा गया लेकिन लेकिन मॉनीटरिंग सिर्फ कागजों में होते रहे और ओके रिपोर्ट आती रहीं। पहाडग़ढ़ विकासखंड के एक दर्जन स्कूलों को देखा गया वहां पर जल संरचना चालू हालत में नहीं मिले। किसी स्कूल पर बोर तो किसी पर नलों का कनेक्शन नहीं था और अधिकांश स्कूलों से नल की टोंटी गायब थीं।
केस- ०१
भगतपुरा में कंडम भवन में स्थापित की जल संरचना
पहाडग़ढ़ विकासखंड में स्थित शासकीय मिडिल स्कूल का पुराना भवन विभाग ने कंडम घोषित कर पास में ही नया भवन बनाया गया है। उस कंडम भवन जहां स्कूल नहीं लगता, उस पर भी जल संरचना का निर्माण कर करीब सवा लाख रुपए खर्च कर दिए। वहीं नए भवन में भी निर्माण किया गया है। वहां भी प्रोपर पानी की सप्लाई नहीं होने पर छात्र टंकी से पानी पीते हैं।
केस-०२
आंगनवाड़ी केन्द्र निटहरा के कंडम भवन पर बनाया प्लेटफॉर्म
शासकीय हाईस्कूल निटहरा स्कूल परिसर में बने आंगनवाड़ी केन्द्र को विभाग ने करीब चार साल पूर्व कंडम घोषित कर दिया है। कमरे जर्जर हैं, ताला पड़ा है, इसके केन्द्र संचालित नहीं है, उसके बाद भी ठेकेदार ने जल संरचना का निर्माण कर दिया है। यहां प्लेटफॉर्म, नल पाइप लाइन व टंकी रखी गई है। यहां भी सवा लाख से अधिक की राशि बेकार में खर्च कर दी गई।
बोर नहीं हुआ फिर भी पैसे निकाले
पहाडग़ढ़ विकासखंड के शासकीय मिडिल स्कूल परसोटा में प्लेटफॉर्म बनाकर टंकियों में कनेक्शन कर दिया है। यहां बोर नहीं कराया गया है, उसके बाद भी विभाग ने ठेकेदार को भुगतान कर दिया। यहां स्कूल स्टाफ व बच्चे पेयजल संकट से जूझ रहे हैं, उसके बाद भी विभाग ने इस तरफ ध्यान नहीं दिया। इसी तरह आंगनवाड़ी केन्द्र नया पुरा में प्लेटफॉर्म बनाकर टंकियों में कनेक्शन कर दिए हैं।
प्लेटफॉर्म गिरने से जा चुकी है दो बच्चों की जान
जिले के सबलगढ़ विकासखंड में 13 अक्टूबर को टेंटरा क्षेत्र के ग्राम खिरका के सरकारी स्कूल में बना पानी की टंकी का ढांचा गिरने से छठवीं कक्षा के छात्र विकास और 24 नवंबर को दूसरी घटना टेंटरा थाने के ही भोगीपुरा में आंगनवाड़ी केंद्र का ढांचा गिर जाने से दूसरी कक्षा के छात्र अभिषेक पुत्र पवन यादव की मौत हो चुकी है। अभिषेक का भाई गौरव एवं एक अन्य सूर्याश गंभीर रूप से घायल हो गए थे। टेंटरा पुलिस ने ठेकेदार व सब इंजीनियर के खिलाफ मामला तो दर्ज कर लिया था लेकिन जिन अधिकारियों की देखरेख में इनका निर्माण किया गया, उनके खिलाफ विभागीय स्तर पर कोई कार्रवाई आज तक नहीं की गई है।
फैक्ट फाइल
- 2200 के करीब सरकारी स्कूल संचालित हैं जिले में।
- 2020 स्कूलों में बनाए गई जल संरचना।
- 2600 से ज्यादा आंगनवाड़ी केंद्र संचालित हैं जिले में।
- ९३७ आंगनवाड़ी केन्द्र के भवनों पर बनाए गई जल संरचना।
- 1200 से अधिक में आवश्यकता है पेयजल की।
- १.२५ लाख से अधिक राशि दी गई है एक पेयजल व्यवस्था पर।
कथन
- स्कूल व आंगनवाड़ी केन्द्र के भवनों पर जर्जर प्लेटफॉर्मों को हमने नष्ट करवा दिया है। उनको दोबारा निर्माण करवाया जाएगा। अगर कंडम स्कूल व आंगनवाड़ी केन्द्र के भवनों पर जल संरचनाएं स्थापित की गई हैं तो उसकी जांच करवा लेते हैं।
अंकित अस्थाना, कलेक्टर, मुरैना