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त्योहार पर भी मंडी पर रहे तो भडक़े किसान, लगाया जाम

locationमोरेनाPublished: Nov 16, 2020 11:42:12 pm

Submitted by:

rishi jaiswal

किसानों ने फिर लगाया जाम, पुलिस पहुंची मौके पर

त्योहार पर भी मंडी पर रहे तो भडक़े किसान, लगाया जाम

त्योहार पर भी मंडी पर रहे तो भडक़े किसान, लगाया जाम

मुरैना, अंबाह, गोठ. समर्थन मूल्य पर बाजरा बेचने खरीद केंद्रों पर पहुंच रहे किसानो का माल नहीं तुल पा रहा है। हालात यह हैं कि पांच दिन के इंतजार के बाद भी तौल नहीं हो पा रही है। इससे आक्रोशित किसानों ने सोमवार को अंबाह के पास मुरैना रोड पर ग्राम बरेह के सामने किसानों ने सुबह सात बजे से जाम लगा दिया। करीब तीन घंटे चले इस आंदोलन को पुलिस और जिला आपूर्ति अधिकारी के आश्वासन के बाद 10 बजे के बाद शांत कराया जा सका।
जाम की वजह से दोनों ओर करीब 1-1 किमी तक वाहनों की कतारें लग गई। जिनमें बसें भी फंसीं रहीं। इनमें सफर करने वाले लोग भी परेशान होते रहे। पहले पुलिस किसानों को समझाने पहुंची, लेकिन किसानों ने उसकी बात नहीं मानी और जिला प्रशासन व राज्य शासन के खिलाफ नारेबाजी करने लगे। इस दौरान वाहनों के जाम की कतार लंबी होती चली गई। किसानों का कहना था कि एसएमएस तो प्रशासन ने भिजवा दिए लेकिन खरीद केंद्रों पर उसके अनुपात में व्यवस्थाएं नहीं जुटाई जा सकीं। इस स्थिति में किसानों को खरीद केंद्र पर आने के बाद चार से पांच दिन तक का इंतजार तौल के लिए करना पड रहा है। कई किसान तो समर्थन मूल्य पर बाजारा तुलवाने के लिए घर पर दीपावली का त्योहार भी नहीं मना सके।
जिला आपूर्ति नियंत्रक बीएस तोमर के अनुसार गोदाम स्तरीय खरीद केंद्रों पर तो पानी की समस्या ज्यादा नहीं आई। यहां तो तौल के बाद जरूरी औपचारिकताएं पूरी कर बाजारे को गोदाम में रखवा दिया जाता है। लेकिन समिति स्तरीय खरीद केंद्रों पर समस्याएं आ रही है। बाजरा भीगने के मुद्दे पर वे कहते हैं कि कई जगह बाजरा तो ढंककर रखा था, लेकिन बारिश ज्यादा हो जाने से नीचे से नमी आ गई। अब इस बाजरे को मौसम साफ होने के बाद उसे सुखाकर देखा जाएगा, सुरक्षित बचेगा तो वेयर हाउस में जमा करवा देंगे।
क्यों आ रही तौल में समस्या

शासन ने समर्थन मूल्य पर बाजरा की खरीद के लिए 21 नवंबर तक का समय निर्धारित किया था। लेकिन किसान चुनाव के दौरान खरीद केंद्रों पर पहुंचे ही नहीं। ऐसे में समय नजदीक आने पर एनआईसी से बल्क में एसएमएस की संख्या प्रतिदिन 40 से 70 तक कर दी गई। अब किसानों को भी लगा कि बाजार में एक क्विंटल बाजरे पर 600 रूपए से ज्यादा का अंतर है तो समर्थन मूल्य पर ही बेचा जाए। इसलिए किसान भेजे गए एसएमएस के अनुपात में ही आना शुरू हो गए, जबकि दीपावली के त्योहार की वजह से तीन दिन से श्रमिक आ नहीं रहे है। इससे न तो समुचित तौल हो पा रही है और न ही खरीदा गया माल गोदाम में जमा कराया जा पा रहा है। कुछ दिन पोर्टल में समस्या की वजह से भी एसएमएस नहीं पहुंच पाए थे। यह स्थिति दो-तीन दिन और बनी रह सकती है। हालांकि अधिकारियों का दावा है कि व्यवस्था मौसम ठीक रहा तो बुधवार सुबह तक पटरी पर आ सकती है। हालांकि जिला प्रशासन ने किसानों की संख्या और खरीद की स्थिति तो देखते हुए बाजरा की समर्थन मूल्य पर खरीद का समय 15 और बढ़वा लिया है, लेकिन किसानों को लग रहा है कि किसानों के साथ बिचैलिए और व्यापारी भी बाजार से सस्ता खरीदकर साठगांठ से समर्थन मूल्य पर बेच रहे हैं। अंबाह एसडीएम तीन दिन पहले ऐसे दो मामले पकड भी चुके हैं।
फोन किया तो आए तहसीलदार

जल उपभोक्ता संथा के अध्यक्ष राजवीर सिंह तोमर ने बताया कि बरेह स्थिति वेयर हाउस परिसर के खरीद केंद्र पर आए एक किसान की रात को बारिश से अचानक बढ़ी सर्दी के कारण तबियत खराब हो गई और उसे जिला अस्पताल उपचार के लिए ले जाया गया। जाम के दौरान हालात बिगडऩे की आशंका के चलते कुछ लोगों ने अंबाह एसडीएम राजीव समाधिया को कॉल किया, लेकिन उन्हें बाहर होने की बात कहकर मौके पर आने में असर्थता व्यक्त कर दी। हालांकि उन्होंने तहसीलदार को मौके पर भेजा और प्रशासन स्तर पर किए जा रहे प्रयासों की जानकारी दी। वहीं मौके पर जिला आपूर्ति नियंत्रक बीएस तोमर पहुंचे और व्यवस्थाएं शीघ्र दुरूस्त करवाने का आश्वासन दिया। चार-पांच दिन से तौल न हो पाने की वजह से किसानों 500 से ज्यादा ट्रैक्टर-ट्रॉली व अन्य वाहन सडक़ के दोनों किनारों पर खडे है।
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