scriptबाइक पर बैठकर पहुंची कलेक्टर बाढ़ पीडि़तों के बीच | Flood in Chambal River | Patrika News

बाइक पर बैठकर पहुंची कलेक्टर बाढ़ पीडि़तों के बीच

locationमोरेनाPublished: Sep 23, 2019 02:02:04 pm

मांग बाढ़ पीडि़तों ने की विस्थापन की मांग, कलेक्टर बोले करेंगे विचार
 

Flood in Chambal River

कलेक्टर मुरैना बाइक पर बैठकर बाढ़ पीडि़तों के बीच पहुंची और वहां के हालातों का जायजा लिया।

मुरैना. कलेक्टर मुरैना बाइक पर बैठकर बाढ़ पीडि़तों के बीच पहुंची और वहां के हालातों का जायजा लिया। पीडि़तों कहा, हर बार बरसात के दिनों में रात भर हम लोग सो नहीं पाते, बाढ़ का खतरा गांव पर हमेशा ही बना रहता है। अगर हमें गांव से बाहर रेलवे लाइन के पास मौजूद सरकारी जमीन पर मकान बनाने की अनुमति मिल जाए तो पूरे गांव का भला हो जाएगा। बाढ़ की आंशका से हमेशा के लिए मुक्ति मिल जाएगी। यह बात रविवार को भोजन और पानी आदि सामग्री का वितरण करने पहुंची कलेक्टर प्रियंका दास से नदुआपुरा के ग्रामीणों ने कही। इस पर कलेक्टर ने कहा कि आप लोग ग्राम सभा से पुनर्वास का प्रस्ताव पास कराकर भेंजे इसके बाद जो भी कार्रवाई होगी वह की जाएगी।

ग्राम पंचायत नायकपुरा के मजरा नदुआपुरा में 30 घरों की बस्ती है। इनमें करीब 200 लोग निवास करते हैं। हर साल चंबल में बाढ़ आने पर घिर जाते हैं। लेकिन इस साल तो उनके मकान और सामान सब नष्ट हो गए। जिले में ऐसे गांवों की संख्या करीब एक दर्जन है। जो हर साल बाढ़ का सामना करते हैं। पोरसा के भूपकापुरा और साहसपुरा सहित 3 गांव के लोगों ने भी शनिवार को पुनर्वास की इच्छा जाहिर की थी।

ग्रामीणों का कहना है कि आगरा से ग्वालियर के बीच तीसरे रेलवे लाइन के लिए चल रहे कार्य की साइट के पास ही बहुत सी सरकारी जगह है। यहां ग्रामीणों को सरकारी जमीन मकान बनाने के लिए उपलब्ध कराई जा सकती है।
इइ जल संसाधन विभाग मुरैना बीके जैन कहा, चंबल में सुबह कोटा बैराज से 1.95 लाख क्यूसेक से अधिक पानी छोड़ा गया है। अंचल में भी बारिश की संभावना है, लेकिन इसके बावजूद अब बाढ़ जैसे हालात नहीं बनेंगे। लोगों को किसी भी प्रकार की चिंता नहीं करनी चाहिए।
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