फर्जीवाड़ा: जाटोली पंचायत में 1.27 करोड़ खर्च लेकिन पांच साल में एक दिन भी नहीं मिला पानी – ग्रामीण बोले: टंकी से रिसता है पानी, शिकायत के बाद भी विभाग और ठेकेदार ने नहीं दिया ध्यान
– कमीशन भेंट चढ़ी नल जल योजना, विभागीय अधिकारियों ने नहीं की मॉनीटरिंग
मुरैना. पीएचई विभाग में नल जल योजना हो या सीपेड ज्यादातर योजनाओं में फर्जीवाड़ा हुआ है। टेंटरा थाना क्षेत्र की जाटोली पंचायत में पांच साल पूर्व पीएचई द्वारा टंकी बनी, पाइप लाइन डाली गई व घर- घर में नलों के कनेक्शन भी कराए गए लेकिन पानी की सप्लाई एक दिन भी नहीं हुई है। इस पूरी योजना पर 1 करोड़ 27 लाख के करीब व्यय हो चुका है, उसके बाद भी विभाग गांव में पानी की सप्लाई शुरू नहीं करा सका। जाटोली पंचायत की दलित बस्ती में वर्ष 2018 में 1 करोड़ 76 लाख 99 हजार की अनुमानित लागत से कार्य शुरू हुआ था। जो वर्ष 2019 में जिसका 83 प्रतिशत कार्य पूरा करके 1 करोड़ 27 लाख 96 हजार का व्यय दिखाया गया है। इस कार्य को जय मां काली कंस्ट्रक्शन द्वारा कराया गया है। ग्रामीणों का कहना हैं कि पांच साल में एक दिन भी गांव में पानी की सप्लाई नहीं हुई है। बताया गया है कि टंकी फूटी होने से पानी स्टोर नहीं हो पाता है, इसलिए पाइप लाइनों में सप्लाई नहीं हो सकी। विभागीय अधिकारियों व ठेकेदार की सांठगांठ से योजना को पलीता लगाया गया है। ग्रामीणों की मानें तो गांव में कुछ लोग हैंडपंप व कुछ निजी बोरों से पानी भर रहे हैं। हैडओवर करके भूला विभाग व ठेकेदार पीएचई विभाग व ठेकेदार ग्राम पंचायत को हैंडओवर करके यह देखना भूल गया कि टंकी व पानी की सप्लाई की क्या स्थिति है। ग्राम पंचायत के पूर्व कर्ताधर्ता के योजना हैंडओवर की थी, वर्तमान सरपंच को भी दो साल से अधिक समय हो गया, उन्होंने भी इस योजना के चालू होने की दिशा में कोई पहल नहीं की। 7000 की आवादी के बीच आठ हैंडपंप गांव की करीब 7000 की आवादी है और हैडपंप सिर्फ आठ ही हैं, जिनमें से 50 प्रतिशत हैडपंप ऐसे हैं जो प्रोपर पानी की सप्लाई दे रहे हैं, अन्य में रुक रुककर पानी की सप्लाई हो रही है। अगर सभी हैडपंप प्रोपर पानी की सप्लाई दें तो ग्रामीणों को राहत मिल सकती है। ग्रामीणों ने बताया कि विभाग ने लाखों रुपए खर्च किए लेकिन कोई लाभ नहीं हो सका। क्या कहते हैं ग्रामीण हमारे गांव में पांच साल पूर्व पानी की टंकी बनी थी लेकिन पानी एक दिन भी नहीं भरा गया क्योकि टंकी फूटी है, उससे पानी निकलता है। जिससे गांव में पानी की सप्लाई शुरू नहीं हो सकी। भगरी जाटव, ग्रामीण टंकी बनी, पाइप लाइन बिछाई गई, नलों के कनेक्शन भी कराए गए। लेकिन पानी की सप्लाई एक दिन भी नहीं हो सकी है। टंकी से पानी टपकता है। योजना में घटिया क्वालिटी का काम किया गया है। बंटी जाटव, ग्रामीण क्या कहते हैं जिम्मेदार हमको पंचायत में दो साल से अधिक समय हो गया, हमारे कार्यकाल से पूर्व टंकी व नल जल योजना हैंडओवर की गई थी, पानी की सप्लाई तो पूरी तरह बंद हैं। हम शिकायत क्यों करें, हमने तो हैंडओवर ली नहीं हैं। सरोज नवल जाटव, सरपंच, ग्राम पंचायत, जाटोली जाटोली ग्राम पंचायत में वर्ष 2018 में नल जल योजना का काम शुरू किया था, वर्ष 2019 में पूरा हो गया था, उसके बाद पंचायत के हैंडओवर कर दिया था, उसके बाद क्या स्थिति रही, इसका पता करना पड़ेगा। धर्मेन्द्र शर्मा, संचालक, जय मां काली कंस्ट्रक्शन पीएचई के सहायक यंत्री वी आर यादव से सीधी बात पत्रिका: जाटोली ग्राम पंचायत में नल जल योजना पांच साल पूर्व पूरी होना दिखाया गया है लेकिन पानी की सप्लाई एक दिन भी नहीं हुई। एई: हंसते हुए, अच्छा ऐसा है, बीच में तो चली है, पंचायत के हैंडओवर कर दिया है। अगर नहीं चल रही है तो दिखवा लेते हैं। पत्रिका: ग्रामीणों का कहना हैं कि टंकी में रिसाव होता है। क्या मॉनीटरिंग नहीं की गई। एई: कार्य की समय समय पर मॉनीटरिंग हुई है, वाकायदा कार्य पूरा होने पर पंचायत के सुपुर्द की गई है। पत्रिका: 1 करोड़ 27 योजना पर व्यय हो गया है, यह बड़ी राशि होती हैै, क्या मानें राशि का दुर्पयोग हुआ है। एई: नहीं राशि का दुर्पयोग क्यों हुआ है, काम तो हुआ है न। रही बात पानी सप्लाई की तो दिखवा लेते हैं। Hindi News / Morena / फर्जीवाड़ा: जाटोली पंचायत में 1.27 करोड़ खर्च लेकिन पांच साल में एक दिन भी नहीं मिला पानी