नगर में गांधीनगर, जोटई रोड, पुरानी बस्ती के अलावा गांधीनगर बंबा के पास टावर व संतराम वाली गली में सालों से यह समस्या बनी हुई है। मोहल्ले के लोग नगरपालिका पोरसा मैं 5 बार आवेदन दे चुके हैं। हर बार आश्वासन मिलता है लेकिन समस्या का समाधान नहीं होता। आसमान में जब बादल घिरते हैं तो लोग बारिश न होने के लिए दुआ करते हैं। इसकी वजह है कि पहले से जलमग्न गलियों में बारिश का पानी भी जमा होने से आवागमन तक बंद हो जाता है। संतराम व टावर वाली गली में 15 साल से न तो रोड बनी न ही नालियों का निर्माण कराया गया है। ऐसे में बुजुर्ग, दिव्यांग व ब”ाों को आने-जाने में ’यादा परेशानी होती है। इस बात को लेकर नगर पालिका पोरसा सीएमओ को भी आवेदन दिया गया है लेकिन किसी का कोई परिणाम नहीं निकला।
बायपास पर समस्या और विकराल : पोरसा में बायपास पर समस्या और जटिल है। यहां से भारी वाहन भी निकलते हैं और बरसात में सडक़ खराब होने से वाहनों से जाम की स्थिति बन सकती है। लेकिन मुख्य नगरपालिका अधिकारी का कहना है कि बायपास रोड पर कोई भी काम वह नहीं करवा सकते। सडक़ नगरपालिका के अधीन न होकर लोक निर्माण विभाग की है।
&हमारे पास वार्ड 10 के लोग आवेदन लेकर आए थे। हमने कर्मचारी भेजकर सफाई करवाई थी। अभी बरसात हुई है जिससे क‘ची रोड होने से पानी भर गया व कीचड़ हो गई है। फिर कर्मचारियों को भेजकर गड्ढे भरवा देंगे और कीचड़ साफ करवा देंगे। शहर में बड़े नाले की जरूरत है, इस पर कार्ययोजना तैयार कर अमल में लाई जाएगी।
नत्थी लाल करौलीया, सीएमओ, पोरसा।