scriptपोषण आहार कबाड़ में बेचकर खरीद रहे आम | How far away are malnutrition, the nutrition being sold in junk | Patrika News

पोषण आहार कबाड़ में बेचकर खरीद रहे आम

locationमोरेनाPublished: Jun 24, 2019 01:40:39 pm

Submitted by:

Ravindra Kushwah

आंगनवाडिय़ों के माध्यम से कुपोषण दूर करने के अभियान में दिया जा रहे पोषण आहार को लोग कबाड़ के भाव बेच रहे हैं। सभी जरूरी पोषक तत्वों के साथ तैयार पोषण आहार से लोग आम और अन्य फल खरीद रहे हैं।

आंगनवाडिय़ों के माध्यम से कुपोषण दूर करने के अभियान में दिया जा रहे पोषण आहार को लोग कबाड़ के भाव बेच रहे हैं। सभी जरूरी पोषक तत्वों के साथ तैयार पोषण आहार से लोग आम और अन्य फल खरीद रहे हैं।

कबाड़े वाले को बेचा गया पोषण आहार ठेले पर रखा हुआ

रवींद्र सिंह कुशवाह, मुरैना. महिला बाल विकास की पोरसा परियोजना के तहत एक वायरल हुए वीडियो में यह हकीकत खुलकर सामने आई है। वायरल वीडियो रविवार को पोरसा के पास ग्राम धर्मगढ़ का बताया जा रहा है। यह पोषण आहार छह माह से तीन साल तक के कुपोषित बच्चों और रक्त अल्पता की शिकार धात्री महिलाओं को आंगनवाड़ी केंद्रों के माध्यम से दिया जाता है। कई किलो पोषण आहार ठेले पर रखकर घूम रहे कबाड़ के बदले आम बेचने वाले युवक से गांव के लोगों ने पूछा तो उसने खुलकर कहा कि आंगनवाड़ी केंद्र और ग्रामीण पोषण आहार को प्रति पैकेट पांच रुपए में उसे बेच रहे हैं। सरकार आंगनवाड़ी केंद्रों के माध्यम से हितग्राहियों को यह पोषण आहार मुफ्त उपलब्ध कराती है। सरकारी स्तर पर प्रति पैकेट पोषण आहार की लागत करीब 30-35 रुपए आती है। जिले में दो हजार 600 से अधिक आंगनवाड़ी और मिनी आंगनवाड़ी केंद्रों के माध्यम से पोषण आहार का वितरण किया जाता है। इनमें से कई जगह पोषण आहार कबाड़ वालों को या पशु पालकों को बचने की खबरें अक्सर आती रहती हैं। जिले में पांच साल तक के बच्चों का आंकड़ा दो लाख 85 हजार 454 है।
ऐसे होता है तैयार पोषण आहार
पोषण आहार खाने के लिए पूर्ण रूप से तैयार होता है। इसे गर्म पानी या दूध के साथ मिलाने पर खाने योग्य हो जाता है। इसमें खिचड़ी, सोया बर्फी या लड्डू और दलिया होता है।
कथन-
-पोषण आहार के कबाड़े में बेचे जाने की कोई शिकायत तो आई नहीं है। यदि ऐसा कोई मामला सामने आएगा तो जांच और कार्रवाई की जाएगी।
आरएन बुधोलिया, जिला कार्यक्रम अधिकारी महिला बाल विकास विभाग मुरैना।
-पोषण आहार यदि किसी को भी बेचा जा रहा है तो निश्चित रूप से बेहद गंभीर मामला है। इसकी गहन जांच कराएंगे और दोषी पाए जाने पर कड़ी कार्रवाई भी करेंगे।
डीके सिद्धार्थ, संयुक्त संचालक महिला बाल विकास विभाग मुरैना।
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