इस पर सिविल सर्जन गुप्ता ने बताया कि एक्सपायर दवाइयों को गठित समिति द्वारा विनिष्टिकरण की कार्यवाही की जाती है। यह कार्रवाही टीम द्वारा दो दिवस के अंदर पूर्ण कर ली जाएगी। पत्रिका ने ८ जनवरी को ‘वृद्ध दम्पत्ति पूछ रहे लोगों से, काए लल्लू डॉक्टर कब आएंगे’ शीर्षक से खबर प्रकाशित की थी। वहीं ७ जनवरी को ‘बदबू मारते पतले और फटे हुए कंबल, कैसे रुकेगी इनमें ठंड’ शीर्षक से खबर के प्रकाशित की थी। एसडीएम के निरीक्षण से पूर्व अस्पताल प्रबंधन ने स्टोर में रखे नए कंबल निकालकर मरीजों को वितरित कर दिए। वहीं एसडीएम का भी निरीक्षण के दौरान ओपीडी पर ज्यादा फोकस रहा। एसडीएम ने मैटरनिटी वार्ड में निरीक्षण किया। जहां उन्होंने बच्चे को जन्म देने वाली माताओं से जिला चिकित्सालय से मिलने वाली दवा एवं सुविधाओं के बारे में पूछताछ की। जिसमें सभी ने सकारात्मक जबाव दिए। एसडीएम ने ओपीडी कक्षों में लाइट लगाने के निर्देश दिए। इसके साथ ही डॉक्टरों के लिए वॉसरूम में साफ-सफाई एवं प्रकाश की पर्याप्त व्यवस्था न होने के कारण उन्होंने असंतोष व्यक्त किया और सिविल सर्जन से शीघ्र दुरूस्त कराने के निर्देश दिए।