अध्यक्ष ने नहीं दिखाई रुचि तो उपाध्यक्ष ने दी सहमति
मोरेनाPublished: Sep 27, 2019 06:21:21 pm
खास बिंदुओं पर चर्चा के लिए पार्षद अरसे से कर रहे थे मांग
जौरा. नगर परिषद का विशेष सम्मेलन अब आगामी 3 अक्टूबर को आयोजित किया जाएगा। हालांकि इसके लिए अध्यक्ष ने स्वीकृति नहीं दी तो सीएमओ को वैधानिक अधिकारों का प्रयोग करते हुए उपाध्यक्ष से सहमति लेनी पड़ी। सम्मेलन में नागरिक सुविधा तथा विकास से जुड़े खास बिंदुओं पर चर्चा की जानी है।
नगर निगम के कई पार्षद लंबे समय से विशेष सम्मेलन करते आ रहे थे, ताकि जनसुविधा से जुड़े खास मसलों पर चर्चा हो और आवश्यक निर्णय लिए जा सकें, लेकिन इस मांग पर विचार नहीं किया जा रहा था। हालांकि कुछ दिन पहले सीएमओ रामप्रकाश जगनेरिया ने विशेष सम्मेलन की स्वीकृति के लिए नगर परिषद अध्यक्ष उषा सिंहल को पत्र लिखा, लेकिन उनकी ओर से पत्र का कोई जवाब नहीं दिया गया, जिससे प्र्रतीत हुआ कि वह विशेष सम्मेलन बुलाने में रुचि नहीं दिखा रही हैं। ऐसे में सीएमओ ने 1961 की धारा 57 का प्रयोग करते हुए नगर परिषद के उपाध्यक्ष धर्मेन्द्र सिंह से विशेष सम्मेलन की स्वीकृति चाही। इसके लिए उपाध्यक्ष को जो पत्र भेजा गया, उस पर नौ पार्षदों के हस्ताक्षर भी थे। उपाध्यक्ष की ओर से सहमति मिलने के बाद सीएमओ ने विशेष सम्मेलन के लिए 3 अक्टूबर की तिथि निर्धारित कर दी।
बैठक का एजेण्डा भी तय
आगामी तीन अक्टूबर को होने जा रहे विशेष सम्मेलन के लिए नगर परिषद का एजेण्डा भी तैयार कर लिया गया है। इसमें नगर की सफाई व्यवस्था, एमएस रोड की खुदाई के दौरान उखाड़े गए हैण्डपंपों को फिर से लगाए जाने, टूटी पड़ी पानी की पाइप लाइन को जोडऩे, दैनिक वेतनभोगी कर्मचारियों की समस्याओं तथा खरीद व भुगतान संबंधी प्रकरणों पर विचार किया जाएगा। इसके अलावा अनुबंध के बावजूद सामान सप्लाई न करने वाले ठेकेदारों की अमानत राशि राजसात किए जाने संबंधी निर्णय भी बैठक में लिया जा सकता है।
नगर परिषद का विशेष सम्मेलन बुलाने की मांग पार्षदों द्वारा लगातार की जा रही थी। अध्यक्ष ने इसकी स्वीकृति नहीं दी तो उपाध्यक्ष से अनुमति लेकर सम्मेलन की तिथि तय कर दी गई है।
रामप्रकाश जगनेरिया, सीएमओ, जौरा