एएसपी बागरी ने बताया कि आसन्न लोकसभा चुनाव 2019 के माहौल में अधिक लाभ के लालच में बड़ी मात्रा में अवैध शराब परिवहन के लिए आरोपियों ने एम्बुलेंस का उपयोग किया गया। अमूमन घायल व्यक्ति को चिकित्सा लाभ के लिए दौड़ती हुई एम्बुलेंस वाहन को पुलिस इसलिए नहीं रोकती टोकती कि बीमार व्यक्ति के जीवन रक्षा के लिए दिए जाने वाले चिकित्सा लाभ को कोई विलंब न हो। शराब माफिया ने इसी मानवीय बिंदु के आधार का दुरुपयोग करते हुए अवैध शराब परिवहन के लिए एम्बुलेंस वाहन को चुना किंतु शराब माफिया की चालाकी पर पुलिस अधीक्षक डॉ. यादव द्वारा बिछायी गई मुखबिरी बिसात भारी पड़ गई।
एएसपी बागरी ने बताया कि शुक्रवार को मुखबिर से सूचना प्राप्त हुई कि एक मारुति वेन एम्बुलेंस में रायरू तरफ से अवैध शराब जौरी गांव के लिए आ रही है। पुलिस ने ऋषि गालव कॉलेज के पास जौरी में आती हुई मारुति वेन एम्बूलेंस क्रमांक एमपी 06 टीए 0810 को चेक करने हेतु रोका तो चालक ने वाहन को भगाने का प्रयास किया। जिसे मौके पर मौजूद पुलिस बल ने चालक सहित घेरकर पकड़ लिया।
वाहन को चेक करने पर अंदर 48 पेटी देशी मसाला लाल की 432 लीटर अवैध शराब पाई गई। वेन गिरफ्तार आरोपी रामनिवास के नाम से ही पंजीयन हैं। एएसपी ने बताया कि न्यायालय से पीआर लेकर पूछताछ के दौरान पता करेंगे कि आरोपी एम्बुलेंस से शराब तस्करी का काम कब से कर रहा था। और इसके पीछे किसका हाथ है।