चंबल घडिय़ाल अभयारण्य में पर्यटन से रोजगार की अपार संभावनाओं माफिया ने बेखौफ रेत खनन और परिवहन करके चकनाचूर कर दिया है। राजघाट पर औपचारिकता के लिए पर्यटक आ रहे हैं, वह भी दशहत के साए में, दिन-रात हो रहे खनन और रेत परिवहन से घडिय़ालों और डॉल्फिन के प्राकृतिक रहवास भी अब यहां नहीं बचे हैं।
मोरेना•Dec 08, 2021 / 08:08 pm•
Ravindra Kushwah
घडिय़ाल धूप सेंकते हुए।