मुरैना. शहर के इस्लामपुरा में ब्लास्ट हो हुए दो सप्ताह से अधिक समय हो गया लेकिन अभी तक जांच रिपोर्ट का खुलासा नहीं किया गया है। लोगों में चर्चा है कि रिपोर्ट को दबाया जा रहा है क्योंकि अधिकारी पूर्व में सिलेंडर से ब्लास्ट होने का बयान जारी कर चुके थे और मलबे में तीन सिलेंडर साबूत मिले इसलिए सिलेंडर से विस्फोट वाली बात तो झूठी साबित हो गई। अब अधिकारी इस गणित में लगे हैं कि ब्लास्ट के कारण में क्या बताया जाए, जिससे पुलिस की नाक बच सके। यहां बता दें कि 19 अक्टूबर को इस्लामपुरा में गजराज सिंह राठौर के मकान में किराए से रहने वाले जमील खान के हिस्से में ब्लास्ट हुआ जिससे जमीन की पत्नी व बेटी की मौत और आसपास के चार मकान क्षतिग्रस्त हो हुए थे। ब्लास्ट इतना जोरदार हुआ था कि करीब एक किमी तक मकान व उसमें रहने वाले लोग हिल गए थे। ब्लास्ट के तुरंत बाद ही पुलिस अधीक्षक ने लिखित बयान जारी कर दिया कि ब्लास्ट सिलेंडर फटने से हुआ है। उसी दिन शाम को उन्होंने दूसरा बयान दिया कि सिलेंडर के साथ बारूद से भी विस्फोट हो सकता है, उसको नजरअंदाज नहीं किया जा सकता, जांच करवा रहे हैं। दूसरे दिन मलबे में जब कोई सिलेंडर फटा हुआ नहीं निकला तो एसपी ने बयान जारी कर दिया फोरेसिंक रिपोर्ट आने पर पता चलेगा कि विस्फोट के कारण क्या रहे। अब ब्लास्ट को हुए दो सप्ताह से अधिक समय हो गया लेकिन अभी तक जांच रिपोर्ट का खुलासा नहीं किया है। जबकि चर्चा है कि रिपोर्ट को इसलिए दबाया जा रहा है जिससे पुलिस की नाक बची रही।
इस बार हो सकता है बड़ा आंदोलन ब्लास्ट को सिलेंडर का रूप देने के मामले को लेकर हिंदू संगठन के जिम्मेदार दो बार प्रदर्शन कर चुके हैं। जिसमें एक बार कलेक्टर और दूसरी बार संभागायुक्त के नाम ज्ञापन दिया था। लेकिन अभी तक स्थिति स्पष्ट न होने पर हिंदू संगठनों में जबरदस्त रोष है और अगली बार बड़ा आंदोलन करने की योजना बनाई जा रही है। सागर लैब ने किया जांच से इंकार! पुलिस विभाग के सूत्रों से पता चला है कि मुरैना से फोरेसिंक विभाग ने जांच के लिए मटेरियल सागर लैब भेजा था लेकिन वहां के जिम्मेदारों ने मटेरियल को देखकर जांच करने से इंकार कर दिया है। हालांकि इसकी जिम्मेदारों ने पुष्टि नहीं की है परंतु विभाग के जिम्मेदारों के बीच इस तरह की चर्चा है। उसके मटेरियल भोपाल लैब में जांच के लिए भेजा गया था। कथन
मुरैना से मटेरियल जांच के लिए सागर लैब भेजा गया था, वहां से वापस किया कि नहीं, इसकी हमको जानकारी नहीं हैं लेकिन जांच रिपोर्ट आने में अभी दो सप्ताह और लग सकते हैं। सतीश मान, फोरेसिंक अधिकारी
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